विभाग की लापरवाही या मिलीभगत, 20 दिन से 29 कोरोना संदिग्धों की रिपोर्ट गायब
सैंपल देने वाले एक व्यक्ति की माने तो सेहत विभाग ने उन्हें तीन दिन में रिपोर्ट आने की बात कही थी और बीस दिन बाद भी रिपोर्ट नहीं मिल पाई है।
जालंधर, जेएनएन। इसे सेहत विभाग की लापरवाही कहें या अधिकारियों की मिलीभगत, जिसके कारण कोरोना के 29 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट अभी तक गायब है। सेहत विभाग को 505 में 476 लोगों की रिपोर्ट ही मिली है। वहीं, सैंपलों की टेस्टिंग करने वाले अमृतसर अस्पताल के प्रशासन का कहना है कि उनके पास एक भी रिपोर्ट पेंडिंग नहीं है। सभी रिपोर्ट भेजी जा चुकी हैं। अब सेहत विभाग अमृतसर अस्पताल के साथ रिपोर्ट लापता होने के मामले को लेकर पत्राचार में उलझा हुआ है। उधर, जिन 29 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट 20 दिन बाद भी नहीं मिल पाई है वे तनाव में हैं।
28 और 29 अप्रैल को 505 सैंपल भेजे
पिछले माह 28 व 29 अप्रैल को शहर के एक संस्थान में काम करने वाले मुलाजिमों के साथ-साथ 505 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से 165 संदिग्द मरीजों की रिपोर्ट बीते सप्ताह तक लापता थी, शुक्रवार तक 476 लोगों की रिपोर्ट आने की पुष्टि हुई है, लेकिन अब भी 29 संदिग्धों की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिन सैंपलों की रिपोर्ट नहीं पहुंची थी उनमें मेयर के ओएसडी व स्थानीय संस्थान के पॉजिटिव आए मरीजों के संपर्क में आने वाले लोग भी शामिल थे। इनमें से एक भी पॉजिटिव मरीज शहर में घूम कर अनेक लोगों को कोरोना के मुंह में धकेल सकता है।
सैंपल देने वाले एक व्यक्ति की माने तो सेहत विभाग ने उन्हें तीन दिन में रिपोर्ट आने की बात कही थी और बीस दिन बाद भी रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। इस दौरान घर पर रहने की सलाह दी थी। लंबे समय से बिना रिपोर्ट के तनाव के दौर से गुजर रहे हैं। जब भी रिपोर्ट के बारे में सेहत विभाग के अफसरों से पूछते हैं तो वो टाल देते है।
नई नीति के तहत क्वारंटाइन समय हो गया समाप्त, फिर भी बाहर जाने से लगता है डर
जिन लोगों की रिपोर्ट नहीं मिली है वे कहते हैं कि विभाग की नई नीति के अनुसार उनका आइसोलेशन और क्वारंटाइन समय भी पूरा हो गया है। इसके बावजूद सब्जी व राशन लेने के लिए बाहर जाने पर डर लगा रहता है।
क्वारंटाइन समय पूरा होने के बाद महिला निकली थी पॉजिटिव
संतोषी नगर में महिला का क्वारंटाइन समय पूरा होने के बाद उसके सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सिविल अस्पताल में दाखिल किया गया था। इसी तरह उक्त सैंपलों में से एक भी पॉजिटिव मरीज आया तो उसके साथ पूरे इलाके को खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
सियासी दबाव से लापता करवाई गई रिपोर्ट!
आशंका जाहिर की जा रही है कि अपनी पहुंच वाले लोगों ने जुगाड़ लगा कर सेहत विभाग के पास पहुंचने से पहले ही लैब से सीधी ही रिपोर्ट ले ली है और सेहत विभाग के पास नहीं पहुंची है। सेहत विभाग के नोडल अफसर डॉ. टीपी ङ्क्षसह का कहना कि सैंपल के सीरियल नंबरों के आधार पर संबंधित लैब के साथ रिपोर्ट की स्थिति स्पष्ट करने की बात चल रही है। इनमें से ज्यादा रिपोर्ट आ गई हैं और कुछ पेंङ्क्षडग पड़ी हैं। उन्हें मंगवाने के लिए पत्राचार किया जा रहा है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें