दहेज की मांग पूरी न होने पर पत्नी को बताया किन्नर, टेस्ट में सही निकली फिर भी मारे ताने
पीड़िता की शादी इसी साल 14 जुलाई को फिल्लौर के गांव कतपालो के रहने वाले सतनाम सिंह के साथ हुई थी। शादी के अगले दिन से उसे दहेज के लिए परेशान किया जाने लगा। मांग पूरी न हुई तो उसे किन्नर बताकर मायके छोड़ दिया गया।
जालंधर, जेएनएन। दहेज की मांग पूरी न होने पर पति ने पत्नी पर किन्नर होने का आरोप लगा दिया। पत्नी ने तीन जगह से अपनी मेडिकल जांच व टेस्ट कराए और सभी जगह वह लड़की निकली। इसके बावजूद पति उसे ताने मारता रहा। पीड़िता ने इसकी शिकायत एसएसपी को दी और उन्होंने डीएसपी पीबीआइ को इसकी जांच के आदेश दिए। अब पति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
डीएसपी (पीबीआइ) ने बताया कि पतारा के एक गांव की रहने वाली युवती की शादी इसी साल 14 जुलाई को फिल्लौर के गांव कतपालो के रहने वाले सतनाम सिंह के साथ हुई थी। युवती ने बयान दिए कि शादी की शाम को ही ससुराल वाले ने उससे गहने व शगुन के पैसे ले लिए। शादी के अगले दिन से उसे दहेज के लिए परेशान किया जाने लगा। उसके विदेश में रह रहे भाई से ढाई लाख रुपये मंगवाकर देने को कहा गया। उसके पति ने उसे किन्नर कहा। 18 जुलाई को उसकी ननद ने चांदी की पायल उतार दी। फिर विचौलिए को बुलाकर उसे मायके छोड़ दिया गया। जाते हुए विचौलिया उसे टेस्ट कराने की बात कह गया। इसके बाद विचौलिए उसकी बहन के घर गए और कहा कि वह लड़की नहीं बल्कि किन्नर है।
यह सुनकर उसके मायके वालों ने विचौलिए और ससुरालियों की मौजूदगी में पहले फिल्लौर के दशहरा ग्राउंड स्थित घई मैटरनिटी अस्पताल में मेडिकल जांच करवाई। फिर ससुराल वालों की तसल्ली के लिए उसने रामामंडी के भाटिया मान स्कैङ्क्षनग सेंटर में टेस्ट और राजकमल अस्पताल में मेडिकल जांच करवाई। सभी जांच में कहा गया कि वह पूरी तरह ठीक है। इसके बावजूद पति सतनाम ङ्क्षसह नहीं माना और उसे औरत न होने के ताने मारता रहा। पत्नी को मानसिक तौर पर परेशान करने के साथ उसका स्त्री धन भी उसने अपने पास रखा है।