एचएमवी ने एड-ऑन कोर्स शुरू किए
विद्यार्थियों के करियर को लेकर डिग्री स्तर की शिक्षा के साथ-साथ कई प्रकार के एड-ऑन कोर्स शुरू किए हैं।
जासं, जालंधर : विद्यार्थियों के करियर को लेकर डिग्री स्तर की शिक्षा के साथ-साथ कई प्रकार के एड-ऑन कोर्स शुरू किए हैं। हंसराज महिला महाविद्यालय की प्रिसिपल डॉ. अजय सरीन ने कहा कि एड-ऑन कोर्स लेने वाली छात्राओं को सांइस, आर्ट्स, कामर्स की डिग्री के साथ-साथ सर्टीफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा दिया जाएगा। कोर्स करने पर छात्राएं अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अपने शौक को भी पूरी कर सकती हैं। एचएमवी में कंप्यूटर एडिड अकाउंटिग, इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट, एप्लाइड डिजाइनिग, एन्वायरनमेंट प्रोटेक्शन, एविएशन कैटरिग एंड हॉस्पिटैलिटी, कॉस्मैटोलॉजी, एंकरिग रिपोर्टिग एंड न्यूज रीडिग, बैंकिग एंड इंश्योरेंस, इंटीरियर डेकोरेशन, बायोइन्फारमेटिक्स, फ्रेंच, कम्यूनिकेशन स्किल, फैशन डिजाइनिग, वेब टेक्नालोजी, ऑफिस ऑटोमेशन, फोटोग्राफी व इवेंट मैनेजमेंट के एड-ऑन कोर्स करवाए जा रहे हैं। कॉलेज का उद्देश्य बेहतरीन प्रोफेशनल तथा जिम्मेदार नागरिक तैयार करना है। छात्राओं को अत्याधुनिक शिक्षा देने के साथ-साथ संस्कृति के साथ भी जोड़ा जा रहा है।
वहीं एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्टस की ओर से हॉउ टू रिमेन हैप्पी आरलिगटन रोबिनस, रिचर्ड कैरी एंड सुशांत सिंह राजपूत विषय पर एक फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम करवाया गया। प्रोग्राम में वाइस प्रिसिपल डॉ. सुनीत कौर ने विचार रखे। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ साहित्य समाज का दर्पण होता है वहीं दूसरी तरफ साहित्यकार दूरदर्शी होता है। आरलिगटन रोबिनसन ने रिचर्ड के दर्द को शब्दों के माध्यम से ब्यां किया है। सुखी जीवन जीने वाले व शिखर तक पहुंचने वाले कवि अंदर से कितना अकेला महसूस करते हैं। जिदगी को खत्म करने के ख्याल से पहले हमें अपनी जिदगी की सकारात्मक चीजों को देखना चाहिए। एक-दो दोस्त ऐसे होने चाहिए जिसे आप अपने मन की बात कर सकें। प्रिसिपल डॉ. सुचरिता शर्मा ने कहा कि अगर आप किसी को बदल नहीं सकते है तो उसके व्यक्तित्व की सकारात्मक सोच में बदलाव ला सकते हैं।