अमृतसर के वल्ला में दीवाली पर लगा पशु मेला, 2.10 लाख में बिकी रोजाना 36 किलो दूध देने वाली गाय
अमृतसर के वल्ला में दीवाली के उपलक्ष्य में पशु मेला लगाया गया है। यह मेला दस नवंबर तक चलेगा। हर वर्ष की तरह इस बार भी मेले में घोड़े भैंसें गाय और खच्चर आदि जानवर बेचने और खरीदने के लिए लाए गए हैं।
अमृतसर [पंकज शर्मा]। अमृतसर के वल्ला में दीवाली के उपलक्ष्य में पशु मेला लगाया गया है। यहां पर अलग-अलग राज्यों से आए पशु और घोड़े-घोड़ियां आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। मेले में काफी भीड़ लग रही है। यह मेला दस नवंबर तक चलेगा। हर वर्ष की तरह इस बार भी मेले में घोड़े, भैंसें, गाय और खच्चर आदि जानवर बेचने और खरीदने के लिए लाए गए हैं। हालांकि इस बार ऊंट, बकरे और भेड़ें पशु मेले में से नदारद हैं। मेले में पशुओं की खुराक और श्रंृगार की बिक रही सामग्री भी आकर्षण कर केंद्र बनी हुई है। इस बार मेले के आयोजन का काम सरकार की ओर से ठेकेदारों को दिया गया है।
यूपी, पंजाब, हरियाणा, जम्मू व कश्मीर, राजस्थान आदि से व्यापारी पशु मेले में पहुंचे हुए हैं। इस बार 1500 से अधिक गाय व भैसें, 2000 से अधिक घोड़े व घोड़ियां बेचने के लिए लाई गई हैं। मेले में तरनतारन से आए पशु व्यापारी गुरनाम सिंह जौहल और जगजीत सिंह ने बताया कि उनकी ओर से शुक्रवार को मेले में अपनी एचएफ नस्ल की गाय 2.10 लाख रुपये में बेची गई है। यह गाय 36 किलोग्राम रोजाना दूध देती है। कल एक भैंस 90 हजार रुपये की बेची थी जो 25 किलो रोजाना दूध देती है।
2 लाख से 85 लाख रुपये तक घोड़े व घोड़ियों का रेट
मेले में तैनात कर्मचारी जसबीर सिंह ने बताया कि यहां 2 लाख से 85 लाख रुपये के घोड़े व घोडिय़ां बिकने के लिए पहुंचे हैं। इसी तरह गाय 50 हजार से छह लाख रुपये में उपलब्ध है। भैंसें भी 20 हजार से पांच लाख रुपये तक की उपलब्ध हैं। मेले में बठिंडा से आए जसबीर सिंह ने बताया कि वह मुहरा और रावी नस्ल की 20 भैंसें लेकर आए हैं। ये 40 से 65 किलोग्राम तक रोजाना दूध देती हैं। इनकी अलग अलग कीमत है। अभी तक सिर्फ एक भैैंस एक लाख 65 हजार रुपये की बिकी है। दस नवंबर तक सभी भैंसें बिकने की संभावना है।
हर पशु की बिक्री पर कमीशन तय
मेले में प्रत्येक पशु की बिक्री के लिए अलग अलग कमीशन निर्धारित की गई है। घोड़े व घोडिय़ों की बिक्री पर चार प्रतिशत, भैंसों की खरीद बेच पर 2300 रुपये और गायों की खरीद-बेच पर 2100 रुपये कमीशन तय की गई है।
पशुओं के शृंगार का सामान बेचने के लिए कानपुर से आए मोहम्मद अली
पशुओं के शृंगार का समान बेचने के लिए कानपुर से आए मोहम्मद अली ने बताया कि उनके पास गायों, भैसों, कुत्तों व घोड़ों आदि के श्रृंगार के लिए अलग अलग तरह की सामग्री है। पशु पालक व पशु रखने के शौकीन पशुओं के शृंगार की तरफ भी काफी ध्यान रखते हैं। इसलिए उनके सामान की बिक्री काफी होती है। उसके पास पशुओं की बैल्ट, घुंघरु, काठियां, लुगामें आदि सामान लैदर का उपलब्ध है। वहीं मेले में पशुओं की अलग अलग बीमारियों की देसी दवाओं को भी स्टाल लगे हुए हैं। पशुओं की बीमारियों को ठीक करने के लिए अलग अलग जड़ी बूटियों के स्टालों पर भी पशु प्रेमियों को तांता लगा हुआ है।