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जालंधर में वेतन न मिलने पर सेहत कर्मियों ने दो घंटे सड़क जाम कर किया प्रदर्शन, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

सिविल सर्जन कार्यालय में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों ने सोमवार को दफ्तर के बाहर पहुंचकर रोष प्रदर्शन किया। कर्मचारी वेतन न मिलने से परेशान है। वहीं कर्मचारियों के प्रदर्शन को देख मौके पर पहुंचे एसडीएम दलबीर राज ने उनसे बात की। वहीं कर्मचारियों ने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा।

By DeepikaEdited By: Published: Mon, 23 May 2022 01:35 PM (IST)Updated: Mon, 23 May 2022 02:17 PM (IST)
जालंधर में वेतन न मिलने पर सेहत कर्मियों ने दो घंटे सड़क जाम कर किया प्रदर्शन, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
वेतन न मिलने पर प्रदर्शन करते हुए सेहत विभाग के कर्मचारी। (जागरण)

जागरण संवाददाता, जालंधर। सिविल सर्जन कार्यालय में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों के पिछले माह का वेतन न मिलने की वजह से दो घंटे तक कामकाज ठप कर सड़क जाम की। सिविल सर्जन दफ्तर के कर्मचारियों के समर्थन में कलेरिकल स्टाफ यूनियन तथा अस्पताल की ज्वाइंट एक्शन कमेटी समर्थन में उतरी। इस दौरान सिविल सर्जन आफिस से लेकर बस्ती अड्डा तथा भगवान वाल्मीकि चौक तक जाम लगा रहा। जाम में फंसे लोगों के अलावा सिविल सर्जन आफिस में काम करवाने के लिए आने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

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सेहत कर्मियों ने वेतन मिलने तक धरना-प्रदर्शन जारी रखने की घोषणा की है। सिविल सर्जन आफिस में दर्जा चार कर्मियों तथा ड्राइवरों ने रोष प्रदर्शन पहले आफिस के गेट के बाहर धरना लगाया और उसके बाद गुस्साए सेहत कर्मियों ने सड़क जाम कर दी। इस दौरान आफिस में तैनात अधिकारियों ने कामकाज ठप कर उनका समर्थन किया। यूनियन के प्रधान सुखजिंदर सिंह, दिनेश कुमार, सुभाष मट्टू और अवतार सिंह ने बताया जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी संघर्ष तेज किया जाएगा। मंगलवार को सिविल सर्जन आफिस के गेट को पूर्ण रुप से बंद किया जाएगा और किसी प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। मौके पर एसडीएम-2 दलवीर राज पहुंचे और जीवन के नेताओं ने उन्हें ज्ञापन सौंपा। मौके पर एसडीएम ने शाम तक समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया।

नकोदर में रहने वाले एक डाक्टर को हाईकोर्ट के आदेशों के बाद करीब 86 लाख रुपये की अदायगी के बाद सेहत विभाग ने मुलाजिमों के वेतन पर रोक लगाने के बाद कर्मचारी पिछले 1 सप्ताह से रोष प्रदर्शन कर रहे है।  नकोदर में रहने वाले डाक्टर ने सेहत विभाग से ड्यूटी पर गैरहाजिर रहने के मामले में केस जीतने बाद करीब दो साल पहले पैसों की अदायगी का केस भी जीता था। इस मामले में अदालत ने सिविल सर्जन आफिस की नीलामी के आदेश जारी किए थे।

मामले को गंभीरता से लेकर उक्त डाक्टर को करीब 86 लाख रुपये की अदायगी करने के बाद विभाग के सचिव ने उक्त में विभाग की ओर से पैरवी करने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व स्टाफ के सदस्यों के नाम मांगे थे। इस मौके पर डा. रमन गुप्ता, डाक्टर टीपी सिंह, डाक्टर राकेश चोपड़ा, मीनाक्षी धीर, सुरिंदर कुमार, हीिंदपाल, गुरजीत सिंह, लक्की रमेश सोढ़ी, अनिल कुमार, राजरानी, कुलविंदर कौर विनोद कुमार, राज कुमार तथा पवन कुमार के अलावा यूनियन के सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे।


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