शादी की रिसेप्शन से पहले पैंट-कोट में खामी बताने गए दूल्हे को बंधक बनाया, फिर किया ये काम
जसविंदर की एक दिन पहले ही शादी हुई थी। जब वह कोट पैंट में खामी बताने टेलर की शॉप पर गया तो वहां टेलर मास्टर व अन्य ने उसे बंधक बनाकर उसकी पिटाई कर दी।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नकोदर चौक स्थित नजीर टेलर शॉप में शादी की रिसेप्शन से पहले पैंट-कोट में खामी बताने गए दूल्हे को दर्जनभर दुकानदारों ने बंधक बनाकर जमकर पीटा। पीड़ित की एक दिन पहले ही शादी हुई थी और कुछ दिनों में रिसेप्शन पार्टी है। घटना टेलर शॉप पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है।
मंगलवार शाम चार बजे के करीब नवविवाहित जसविंदर नकोदर चौक स्थित टेलर शॉप में गए। वह शॉप में जाकर वहां से खरीदे गए कोट-पैंट में आई खामियां गिनाने लगे। इस दौरान टेलर मास्टर से उनकी बहस हो गई। जसविंदर शॉप से निकला ही था कि वहां पर काम करने वाले और टेलर मास्टर के परिजनों ने उन्हें घेर लिया। इसके बाद जसविंदर को पीटा। जसविंदर मौके पर अपनी कार छोड़ किसी तरह जान बचाकर भागा। चंद मीटर की दूरी पर उसे दोबारा पकड़ लिया गया। इसके बाद शॉप पर काम करने वाले युवकों ने उन्हें बंधक बना लिया। उसके बाद टेलर मास्टर के पारिवारिक सदस्य जो शॉप के ऊपर ही अपने घर में रहते है, उन्होंने जसविंदर के साथ दोबारा मारपीट शुरू कर दी। कुछ देर बाद जसविंदर को छोड़ दिया गया। पीड़ित को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
आरोप: कैंची से हमला करने लगा था जसविंदर
टेलर मास्टर नजीर ने पुलिस को बताया कि जसविंदर को पहले ही कहा था कि जिस कपड़े का वह पैंट-कोट सिलवाना चाहते है, वह कोट-पेंट बनवाने के लिए उचित नहीं है। उसे बताया था कि यह कपड़ा छिद्द जाएगा। इसके बावजूद जसविंदर ने उसी कपड़े का पैंट-कोट बनवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अब पैंट-सूट बनने के बाद उसमें कोई खामी आ गई तो जसविंदर उनकी शॉप में आकर गलत बोलने लगा। उसने उन पर हमला करने के लिए वहां पर पड़ी कैंची उठा ली। यह देख उनकी शॉप में काम करने वाले युवक और उनके परिजनों ने जसविंदर से मारपीट शुरू कर दी।
आधा घंटे तक हुई पुलिस और टेलर मास्टर के परिजनों के बीच बहस
पुलिस सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद जब टेलर मास्टर व जसविंदर के साथ मारपीट करने वाले अन्य युवकों को अपने साथ थाने ले जाने की कोशिश करने लगी तो मौक पर जमकर बहस हुई। टेलर मास्टर के परिजनों का आरोप था कि उनका अगर कसूर है तो पुलिस केस दर्ज कर के उन्हें गिरफ्तार करने आए। इस दौरान सिविल ड्रेस में आया पुलिस मुलाजिम भी पार्टी बन गया और वह टेलर मास्टर पर चिल्लाने लगा। करीब आधा घंटा तक यह ड्रामा चला। उसके बाद टेलर मास्टर थाने चलने के लिए माना। दोनों पक्षों के बीच बुद्धिजीवी लोगों ने पड़कर मामले में राजीनामा करवाने की कवायद शुरू की। एएसआइ रतन ने बताया कि पीड़ित पक्ष ने मामले में आरोपित पक्ष के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने की कोई मांग नहीं की।