शहर में सरेआम गुंडागर्दी: पहले कार से कुचलने की कोशिश, फिर दातर लेकर बाजार में दौड़ाया Jalandhar News
मनु सूरी ने कहा कि वो मेहंदीपुर बालाजी गए थे तो वहां उनके दोस्तों ने फोटो खींचकर फेसबुक पर अपलोड कर दी। इसे आरोपितों ने देख लिया और उसकी रेकी कर ली।
जालंधर, जेएनएन। अफसरों की फौज वाले पुलिस कमिश्नरेट में एक बार फिर सरेआम गुंडागर्दी हुई। पुलिस की मुखबिरी के शक में रेलवे स्टेशन के पास सुबह साढ़े नौ बजे एक व्यक्ति पर गुंडों ने हमला कर दिया। पहले उसे कार से कुचलने की कोशिश की गई और फिर हथियारबंद गुंडों ने पीछा कर जान से मारने की कोशिश की। हालांकि उक्त व्यक्ति ने किसी तरह एक दुकान में घुसकर अपनी जान बचाई। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। एडीसीपी सुडरविजी मौके पर पहुंची और थाना डिवीजन तीन में कातिलाना हमले व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दिए बयान में मनु सूरी निवासी किला मोहल्ला ने बताया कि वह प्राइवेट बिजनेस करता है। 17 नवंबर की शाम सात बजे वह अपने दोस्त करन कपूर, मानिक, अनुज शर्मा व करण वर्मा के साथ ट्रेन से राजस्थान स्थित मेहंदीपुर बालाजी गया था। वहां से मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे वह सिटी रेलवे स्टेशन पर उतरा। उसने काजी मोहल्ला में रहने वाले अपने दोस्त शिव को बुलाया और उसके साथ बाइक पर बैठकर घर जाने लगा। जैसे ही वो पुरानी रेलवे रोड स्थित कांगड़ा ढ़ाबा के नजदीक पहुंचे तो पीछे से ऑल्टो कार में आए गौरव शर्मा उर्फ नोनी निवासी न्यू गुरु अमरदास नगर, गुरबख्श सिंह उर्फ शैंडी निवासी अशोक बिहार मकसूदां, पारस अरोड़ा निवासी खिंगरा गेट व तेगबीर सिंह उर्फ तोगा निवासी भगत सिंह कॉलोनी ने उनकी बाइक को टक्कर मारकर उसके ऊपर चढ़ाने की कोशिश की। इससे वो जमीन पर गिर पड़े। जैसे ही वह उठा तो उक्त चारों दातर लेकर उसे मारने के लिए दौड़े।
एमबीडी बुक्स के ऑफिस में घुसकर बचाई जान
जान बचाने के लिए मनु सामने वाली गली में दौड़ा और वहां एमबीडी बुक्स के ऑफिस में घुस गया और अंदर से कुंडी लगा ली। इसके बाद आरोपित उसे जान से मारने की धमकियां देते हुए वहां से चले गए। मनु सूरी ने कहा कि आरोपितों के साथ सफेद रंग की आई 20 कार व एक बाइक पर कुछ और अज्ञात आरोपित भी थे, जिन्हें वह सामने आने पर पहचान सकता है। उसने बताया कि आरोपित उसका कपड़ों से भरा एक बैग भी ले गए। उसमें उसका पर्स था और पर्स में दस हजार रुपये, आधार कार्ड व कुछ अन्य जरूरी दस्तावेज थे। इस बारे में एसीपी नॉर्थ जसबिंदर सिंह खैहरा ने कहा कि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस टीमें लगातार आरोपितों की तलाश में छापामारी कर रही हैं।
गैरकानूनी कामों की सूचना पुलिस को देने का शक
मनु सूरी ने कहा कि आरोपित नशा बेचने का कारोबार व गुंडागर्दी करते हैं। उनको शक है कि उनके इन कामों के बारे में वह पुलिस को खबर देता है। इसके अलावा पारस अरोड़ा पहले भी उसे धमकी दे चुका है, जिसकी ऑडियो भी वायरल हो चुकी है।
फेसबुक फोटो से की रेकी
मनु सूरी ने कहा कि वो मेहंदीपुर बालाजी गए थे तो वहां उनके दोस्तों ने फोटो खींचकर फेसबुक पर अपलोड कर दी। इसे आरोपितों ने देख लिया और उसकी रेकी कर ली। उन्हें पता था कि राजस्थान से यह ट्रेन सुबह साढ़े नौ बजे सिटी रेलवे स्टेशन पहुंचती है, जिसके बाद उन्होंने पूरी तैयारी के साथ इस वारदात को अंजाम दिया।
वारदात के बाद आराम से निकले
घटना सुबह साढ़े नौ बजे की होने के बावजूद सबसे हैरत की बात यह है कि इस वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर आराम से वहां से निकले। मनु सूरी के दुकान में घुसने के बाद वो वापस लौटे और सड़क पर छोड़ी अपनी गाड़ी के पास टहलते हुए आए और कुछ देर वहां खड़े होकर कुछ बातें करते रहे। इसके बाद वो अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए।
सेहरा फील्ड हत्याकांड में भी आए थे नाम
मनु सूरी पर जानलेवा हमला करने वालों में शामिल कुछ आरोपितों का नाम शास्त्री नगर में हुए बहुचर्चित सेहरा फील्ड हत्याकांड में भी सामने आया था। हालांकि कमिश्नरेट पुलिस ने इन्हें अभी तक न तो क्लीन चिट दी और न ही केस में शामिल किया है। जांच के नाम पर इनके नाम लटकाए हुए हैं। वहीं, कुछ आरोपितों के खिलाफ पहले भी मारपीट व जानलेवा हमलों के केस दर्ज हैं। इसके बावजूद इनके खुलेआम घूमकर गुंडागर्दी करने से पुलिस कमिश्नरेट की कारगुजारी पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। चर्चा यह भी है कि राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही।