अमृतसर की अटारी सीमा पर फुल बाडी स्कैन होने लगे अफगानिस्तान से आने वाले ट्रक
पंजाब में अफगानिस्तान से सामान लेकर ट्रकों का आना शुरू हाे गया है। लेकिन तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के मद्देनजर ऐहतियात बरती जा रही है और वहां से आ रहे ट्रकों की फुल बाडी स्केनिंग की जा रही है।
विपिन कुमार राणा, अमृतसर। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां से सामान लेकर ट्रकों का आना शुरू हो गया है। इसके साथ ही भारत-पाकिस्तान सीमा पर अटारी में इन ट्रकाें को लेकर विशेष सावधानी बरती जा रही है। पाकिस्तान होकर आने वाले ड्राई फ्रूट ला रहे इन ट्रकों की फुल बाडी स्कैनिंग हो रही है। इसके लिए इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट अटारी पर रेडिएशन डिटेक्शन एक्विपमेंट (आरडीई) के जरिए हर ट्रक को फुलबाडी स्कैन किया जा रहा है।
तस्करी रोकने के लिए आइसीपी अटारी पर लगाया गया है रेडिएशन डिटेक्शन एक्विपमेंट
केंद्र सरकार की ओर से सीमा पर तस्करी रोकने के लिए यह स्कैनर लगवाया गया है। लैंड पोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के अनुसार इस स्कैनर से हथियारों, गोला-बारूद या अन्य अवैध वस्तुओं की तस्करी का पता लगाने में मदद मिलती है। यह स्कैनर ट्रक का एक्स-रे कर देता है और उससे पता चलता है कि ट्रक के अंदर कोई आपत्तिजनक सामग्री तो नहीं है।
दोबारा पटरी पर लौटा व्यापार, अफगानिस्तान से रोज आने रहे 20 से 30 ट्रक
लैंड पोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के अटारी स्टेशन के मैनेजर सुखदेव कुमार ने बताया कि ड्राईफ्रूट का सीजन होने की वजह से अब ट्रकों की आमद बढ़ी है। पीक सीजन में तो यह 50 से 60 ट्रक प्रतिदिन तक पहुंच जाती है। सभी ट्रकों को फुलबाडी ट्रक स्कैनर में स्कैन किया जा रहा है, ताकि कोई भी आपत्तिजनक सामान आगे न जा सके।
उन्होंने कहा कि चेक पोस्ट पर सुरक्षा एजेंसियां कारगो (ट्रकों) से आने वाले माल की सुरक्षित निकासी के लिए आरडीई का इस्तेमाल करेंगी। स्टेशन पर इसकी मानिट¨रग होगी। आरडीई उपकरण गामा और न्यूट्रान रेडिएशन की पहचान का अलार्म देता है। संदिग्ध वस्तुओं की पहचान करके उसका वीडियो भी बनता है। ऐसे में नशे की तस्करी रोकने में मदद मिलेगी।
ड्राईफ्रूट की कीमतें घटने के आसार
अफगानिस्तान में तालिबान के काबिज होने के बाद कुछ दिन पहले वहां से होने वाले व्यापार में अचानक गिरावट आई, परंतु अब व्यापार फिर पटरी पर लौट रहा है। रोजाना 20 से 30 ट्रकों में अफगानिस्तान से ड्राई फ्रूट आ रहा है। इससे कारोबारियों ने भी राहत महसूस की है। क्योंकि भारत में अगस्त से ड्राई फ्रूट का सीजन शुरू हो जाता है। वीरवार को जहां 29 ट्रक यहां पहुंचे, वहीं सोमवार और मंगलवार को अफगानिस्तान से आने वाले ट्रकों की संख्या 49-49 रही। फेडरेशन आफ करियाना एंड ड्राईफ्रूट कामर्शियल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मेहरा ने कहा कि ट्रेड में आई गिरावट अब दूर हो जाएगी। इससे ड्राईफ्रूट की बढ़ी कीमतें भी कंट्रोल हो सकेंगी।