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जालंधर में सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपये लेकर जीवन प्रभा निधि कंपनी गायब, सीपी से शिकायत

बस्ती शेख अड्डा के पास जीवन प्रभा निधि लिमिटेड पर सदस्यों के करोड़ों रुपये ठगने का मामला सामने आया है। कंपनी के निवेशकों का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें सस्ता लोन देने का झांसा देकर सदस्य बनाया और फिर उनकी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर गायब हो गए।

By Edited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 01:12 AM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 11:13 AM (IST)
जालंधर में सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपये लेकर जीवन प्रभा निधि कंपनी गायब, सीपी से शिकायत
सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपये लेकर जीवन प्रभा निधि कंपनी गायब।

जागरण संवाददाता, जालंधर : बस्ती शेख अड्डा के पास स्थित जीवन प्रभा निधि लिमिटेड पर सदस्यों के करोड़ों रुपये ठगने का मामला सामने आया है। कंपनी के निवेशकों का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें सस्ता लोन देने का झांसा देकर सदस्य बनाया और फिर उनकी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर गायब हो गए। कंपनी द्वारा ठगे गए 16 लोग अबतक सामने आ चुके हैं। इन सभी ने कंपनी से एक-एक लाख रुपये लेने है। वार्ड 40 के पार्षद वरेश ¨मटू ने इलाके के लोगों के साथ पुलिस कमिश्नर नौनिहाल ¨सह को इस निजी कंपनी के तीन डायरेक्टरों के खिलाफ शिकायत दी है। पार्षद ¨मटू ने बताया कि उनके वार्ड में ही 16 लोग सामने आ चुके हैं जिन्होंने कंपनी से एक-एक लाख रुपये लेना है। बस्तियों में ऐसे सैकड़ों लोग हैं जिन्होंने निधि कंपनी में सदस्यता लेकर रुपये जमा करवाए। इन सभी को पांच साल तक एक हजार रुपये महीना जमा करवाना था। अब जब रुपये वापस लेने का समय आया और लोगों ने बैंक से संपर्क किया तो कंपनी पहले तो रुपये देने की बात करती रही लेकिन जब दबाव बढ़ने लगा तो कंपनी के एमडी और डायरेक्टर ब्रांच बंद करके गायब हो गए। पुलिस कमिश्नर ने एसीपी जालंधर वेस्ट को जांच सौंप दी है। शिकायत के बाद एसीपी वेस्ट वरियाम ¨सह ने मामले की जांच शुरू कर दी। जल्द ही मामले में कंपनी के प्रबंधकों को बुलाकर उनसे इस विषय में पूछताछ की जाएगी। लोगों ने दी थी शिकायत, पुलिस ने नहीं की सुनवाई..कंपनी के डायरेक्टर घर को ताला लगा फरार लोगों ने दो दिसंबर को थाना पांच में शिकायत दी थी। कंपनी के दो कर्मचारियों को पकड़कर पुलिस के हवाले भी किया था, तब कंपनी को ताला लगाकर डायरेक्टर भागने की फिराक में थे लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की। लोगों ने थाने में भी तीन घंटे हंगामा किया था। अब कंपनी के प्रबंधकों के घर भी ताले लगे है। लोगों ने कंपनी के डायरेक्टरों के खिलाफ धारा 406 और 420 के तहत केस दर्ज करने की मांग की है। --------------- कामकाजी महिलाएं बनीं शिकार, पैसा बचा-बचाकर हर महीने जमा करवाती रहीं एक-एक हजार रुपये कंपनी की ठगी का शिकार बनने वालों में कामकाजी महिलाएं बड़ी गिनती में शामिल हैं। छोटे-छोटे काम करके पैसा कमा रही महिलाओं ने निधि कंपनी से ज्यादा रिटर्न के लालच में हर महीने 1000 रुपया जमा करवाया और जब पैसे वापस लेने की बारी आई तो कंपनी बंद होने से ठगी रह गई। वार्ड नंबर 40 की निवासी ज्योति ने बताया 2017 में निधि कंपनी से जीवन प्रभा और नेहा राणा उनके घर पर आए। निधि कंपनी की स्कीमों के बारे में बताया और कम समय में ज्यादा पैसा मिलने का आश्वासन देकर मेंबर बनाया। चार साल से निधि कंपनी में पैसे जमा करा रहे थे। अचानक पता चला कि निधि कंपनी पर ताला लगा हुआ है। सुदेश रानी, उषा रानी, अनीमा गुज्जर, सरबजीत कौर, सरोज रानी, अनीता रानी, हर¨जदर कुमार, रजनी बाला, बलबीर कुमार, राहुल, गौरव ¨सह, कमलजीत कौरव अन्यों ने शिकायत दर्ज करवाई है। ----------------------------------- एक्सपर्ट व्यू.. ऐसे बचें धोखे से कंपनी के निवेश की रखें पूरी जानकारी निधि कंपनी को मंजूरी आरबीआइ, भारत सरकार और को-आपरेटिव सोसायटी से मिलती है। निधि कंपनी मेंबर बनाकर फंड जुटा सकती हैं। मेंबर बनाने की कोई सीमा तय नहीं है। जो लोग निधि कंपनी में मेंबर बनते हैं उनकों अधिकार है कि वह कंपनी के निवेश की जानकारी रखें। अगर कोई जानकारी नहीं देता तो उसमें निवेश न करें। जो लोग कंपनी में पैसा लगा रहे हैं उन्हें प्रमोटर की पूरी जानकारी होनी चाहिए। अगर प्रमोटर भाग ही जाएगा तो वसूली किससे होगी। -म¨नदरजीत ¨सह सिक्का, फाइनांशियल एक्सपर्ट।

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