नन दुष्कर्म केसः केरल कोर्ट में पेश हुए पूर्व बिशप मुलक्कल, सौंपी गई चार्जशीट
नन से दुष्कर्म व अप्राकृतिक यौन संबंधों के आरोपित जालंधर डायोसिस के पूर्व बिशप फ्रैंको मुलक्कल शुक्रवार को केरल की पाला कोर्ट में पेश हुए।
जेएनएन, जालंधर। नन से दुष्कर्म व अप्राकृतिक यौन संबंधों के आरोपित जालंधर डायोसिस के पूर्व बिशप फ्रैंको मुलक्कल शुक्रवार को केरल की पाला कोर्ट में पेश हुए। केरल पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के चालान पेश करने के बाद अदालत ने बिशप मुलक्कल को सम्मन जारी किए थे। इस दौरान बिशप मुलक्कल ने बारह पादरियों व अन्य समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन भी किया। अदालत में मुलक्कल को केरल पुलिस द्वारा दायर की गई चार्जशीट की कॉपी व कुछ और दस्तावेज सौंपे गए। जिसके बाद मुलक्कल की जमानत अवधि सात जून तक बढ़ा दी गई और इसी दिन अदालत ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख तय कर दी। कोर्ट पहुंचने से पहले बिशप ने कोट्टायम की चर्च में विशेष प्रार्थना भी की। केस की गंभीरता को देखते हुए अब इस मामले का ट्रायल प्रिंसिपल सेशन कोर्ट में चलेगा।
दो हजार पेज की चार्जशीट हुई थी दायर
नन के दुष्कर्म के आरोपों के बाद पिछले महीने केरल पुलिस की एसआइटी ने जालंधर डायोसिस के पूर्व बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ दो हजार पेज की चार्जशीट दायर की थी। जिसमें मुलक्कल को मुलक्कल के खिलाफ आइपीसी की धारा 342 (गलत तरीके से बंद रखने), 376सी (पद का दुरुपयोग कर यौन संबंध बनाने), 377 (अप्राकृतिक यौन संबंध) और 506(1) (धमकी) के तहत आरोप लगाए गए हैं। चार्जशीट में 83 गवाह बनाए गए हैं। जिनमें एक आर्कबिशप, तीन बिशप के साथ 11 पादरी और 25 नन भी शामिल हैं। इनमें दस गवाहों ने सीआरपीसी के सेक्शन 164 के तहत मजिस्ट्रेट के आगे बयान भी दर्ज कराए हैं। बयान दर्ज करने वाले सात मजिस्ट्रेट भी इस केस में बतौर गवाह शामिल हैं। नन ने सितंबर 2017 में बिशप मुलक्कल पर आरोप लगाए थ। जिनकी जांच के बाद 28 जून 2018 को मुलक्कल के खिलाफ केस दर्ज हुआ और 21 सितंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया था।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप