School games : राज्य स्तरीय खेलों पर कोरोना का प्रकोप, अभी तक नहीं हो पाया टीमों का गठन
कोविड-19 के बढ़ते केसों को देखते हुए विभाग की ओर से न ही ट्रेनिंग कैंप न ही खेल सेंटर खोले जाने की अनुमति दी है।
जालंधर, [कमल किशोर]। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा करवाई वाली स्कूल गेम्स के बाद जिला स्तरीय टीमों के गठन पर भी कोरोना का संकट मंडराने लग पड़ा है। पिछले वर्ष खेल विभाग की ओर से जिला स्तरीय टीमों का गठन करके जून व जुलाई में जिला स्तरीय खेलें करवा दी गई थी। अगस्त में अंडर-14 स्टेट गेम्स हो चुकी थी। फिलहाल अभी तक कोविड-19 के बढ़ते केसों को देखते हुए विभाग की ओर से न ही ट्रेनिंग कैंप, न ही खेल सेंटर खोले जाने की अनुमति दी है। न कोई जिला स्तरीय व राज्य स्तरीय टीमों का गठन हुआ है।
खेल विभाग का कहना है कि अगस्त में लाॅकडाउन खुल जाता है तो जिला व राज्य स्तरीय गेम्स करवाई जा सकती है। फिलहाल अभी विभाग जिला व राज्य स्तरीय टीमों का गठन कर खेलें करवाने को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है। इससे पहले जुन व जुलाई में अंडर-14, 18 व 25 वर्ग की राज्य स्तरीय टीमों का गठन हो जाता था।
पिछले वर्ष लिया था 2500 खिलाड़ियों ने हिस्सा
पिछले वर्ष जिले की टीमों का गठन करके 2500 खिलाड़ियों ने राज्य स्तरीय खेलों में हिस्सा लिया था। पिछले वर्ष जुलाई में शाहकोट व लोहियां में बाढ़ आने के कारण अंडर-18 व 25 खेलें स्थगित हो गई थी। विभाग ने नई तारीख घोषित करके खेलें अक्तूबर व नवंबर में सम्पन्न करवा दी थी। फिलहाल अभी खिलाड़ी घर में रहकर ही स्वयं को फिट रख रहे है।
जुलाई में शुरु हो जाती है खेलें
जुलाई में वाॅलीबाल, बास्केटबाल, बैडमिंटनस फुटबाल, क्रिकेट, स्वमिंग, खो-खो, टेबल टेनिस कबड्डी, हाॅकी, एथलेटिक्स खेलें शुरु हो जाती है। विभाग के खेल सेंटर में भी खिलाड़ी अभ्यास करते दिखाई पड़ते थे। जिला स्तरीय खेलों में शानदार प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी स्टेट टीम के लिए चयनित होता था।
जिला खेल अधिकारी गुरप्रीत सिंह का कहना है कि जून व जुलाई में जिला स्तरीय खेलें करवा दी जाती थी। कोविड-19 के बढ़ते केसों को देखते हुए विभाग सेंटर खोलने का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है। कोच खिलाड़ियों को आॅनलाइन ट्रेनिंग दे रहे है। बिना खेलों के जिला व राज्य स्तरीय टीमों का गठन करना मुश्किल है।