स्वच्छता सर्वे में जालंधर पहली बार 100 की सूची में, दूसरी तिमाही में पंजाब में दूसरा नंबर
पिछले वर्ष जालंधर देश में 166वें नंबर पर था लेकिन सर्वे 2020 के फाइनल सर्वे से पहले तिमाही सर्वे के नतीजों में जालंधर 98वें रैंक पर आया है।
जालंधर, जेएनएन। स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे तिमाही सर्वे में जालंधर नगर निगम की रैंकिंग तेजी से बढ़ी है। साल 2019 में केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के सर्वे में जालंधर देश में 166वें नंबर पर था लेकिन सर्वे 2020 के फाइनल सर्वे से पहले तिमाही सर्वे के नतीजों में जालंधर 98वें रैंक पर आया है। जालंधर पहली बार टॉप 100 में आया है। पंजाब में बठिंडा पहले और जालंधर दूसरे नंबर पर रहा। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि किस सेगमेंट में बेहतर काम के कारण यह रैंकिंग बढ़ी है। फाइनल रैंकिंग के लिए सर्वे चार जनवरी से 21 जनवरी के बीच किसी भी समय हो सकता है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत साल 2020 में सर्वे का पैटर्न चेंज कर दिया गया था। इसके लिए तिमाही स्तर पर रिपोर्ट ली जाती रही। निगम के हेल्थ अफसर डॉ. श्री कृष्ण शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार को डेली अपडेट दिया गया और हर महीने रिपोर्ट भेजी गई। जो-जो काम अब तक किए गए हैं उसके आधार पर रैंकिंग में बढ़ोतरी हुई है और उम्मीद है कि फाइनल राउंड में भी शहर की रैंकिंग अच्छी आएगी। उन्होंने कहा कि वेस्ट मैनेजमेंट पर काफी काम शुरू हो चुका है और इसके अगले छह महीनों में अच्छे नतीजे आएंगे। अब तक जो काम हुआ है उससे भी रैंकिंग बढ़ेगी।
आइएएस आशिका जैन की मेहनत रही सफल
नगर निगम की ज्वाइंट कमिश्नर रही आइएएस अफसर आशिका जैन के पास स्वच्छ भारत मिशन का चार्ज था। स्वच्छता सर्वे 2020 के लिए उन्होंने जालंधर में अवेयरनेस ड्राइव, बल्क वेस्ट जनरेटर को अपने परिसर में प्लांट लगाने, स्कूलों कालेजों में पिट्स बनाने के लिए प्रेरित किया। इसके नतीजे अच्छे आए हैं और काफी जगह काम शुरू हुआ है। फिलहाल इस प्रोजेक्ट को अब नगर निगम कमिश्नर को देख रहे हैं। नगर निगम के हेल्थ ब्रांच की टीम भी आइएएस अफसर आशिका जैन को इसका श्रेय दे रही है। निगम टीम का कहना है कि आईएएस आशिका जैन ने इसके लिए दिन रात मेहनत की और लोगों को जागरूक करके वेस्ट मैनेजमेंट को आगे बढ़ाया।
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