तकनीक का कमाल, अधिकारियों को ऑफिस बैठे मिली पराली जलाने की जानकारी, तुरंत काटा चालान
धान की कटाई के बाद पराली को आग लगाने पर पाबंदी के बावजूद तलवंडी भरो के एक किसान ने अपने खेत में पराली में आग लगा दी।
जागरण संवाददाता, जालंधर : धान की कटाई के बाद पराली को आग लगाने पर पाबंदी के बावजूद तलवंडी भरो के एक किसान ने अपने खेत में पराली में आग लगा दी। इसकी जानकारी सैटेलाइट के जरिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों तक पहुंच गई। इसके बाद तत्काल मौके पर जाकर अधिकारियों ने छानबीन की और किसान का ढाई हजार रुपए का चालान काटा।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को कुल 8 साइटों पर आग लगाए जाने की जानकारी प्राप्त हुई थी। छानबीन के बाद दो साइट्स पर आग लगने की वजह पराली जलाना नहीं थी। तीन जगह पराली में आग लगाने की पुष्टि हुई। इनमें से एक किसान का चालान कर दिया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्सईएन अरुण कुमार कक्कड़ ने बताया कि अन्य 5 साइटों पर पुष्टि करवाई जा रही है। अगर वहा पराली में आग लगाने का मामला पाया जाता है तो संबंधित किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रोजाना शाम को जिले में भेजी जा रही जानकारी
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के रिमोट सेंसिंग सेंटर से आग लगने की जानकारी प्रतिदिन शाम को राज्य के प्रत्येक जिले में भेजी जा रही है। संबंधित जिला प्रशासन ने ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक कोऑर्डिनेटर ऑफिसर लगाए गए हैं जो मौके पर जाकर चेक करते हैं। इन्हीं अधिकारियों को बोर्ड की तरफ से चालान बुक भी मुहैया करवाई गई है ताकि मौके पर ही संबंधित किसान का चालान किया जा सके। भी किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिला जालंधर में अभी कटाई शुरू ही हुई है, इस कारण पुरानी को आग लगाने के ज्यादा मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन कृषि विभाग की तरफ से चलाई जा रही जागृति मुहिम के चलते किसानों ने पराली को काफी हद तक आग लगाना बंद भी कर दिया है। कृषि विभाग की तरफ से मशीनें भी दी गई है और किसानों को पराली को आग लगाने से रोका जा रहा है