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डीएसपी के भांजे ने एनआरआइ महिला संग मिल विदेश भेजने के बहाने कर डाली ठगी

पैसे वापस मांगने पर आरोपित ने अपने डीएसपी मामा से कहकर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। देहात पुलिस ने एनआरआइ महिला व डीएसपी के भांजे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

By Edited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 06:30 AM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 08:49 AM (IST)
डीएसपी के भांजे ने एनआरआइ महिला संग मिल विदेश भेजने के बहाने कर डाली ठगी
डीएसपी के भांजे ने एनआरआइ महिला संग मिल विदेश भेजने के बहाने कर डाली ठगी

जालंधर,  [मनीष शर्मा]। पंजाब पुलिस के एक डीएसपी के भांजे ने अर्मीनिया में रहने वाली एनआरआइ महिला संग मिलकर स्पेन भेजने के नाम पर दोस्त से ही 4.58 लाख रुपये ठग लिए। इसका पता तब चला, जब उसे अर्मीनिया बुलाने के बाद आगे नहीं भेजा गया। वह परिवार वालों की भेजी टिकट से भारत लौटा और पैसे वापस मांगे तो आरोपित ने अपने डीएसपी मामा से कहकर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। उसकी शिकायत की जांच के बाद अब देहात पुलिस ने एनआरआइ महिला व डीएसपी के भांजे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

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फिल्लौर के गांव पुआदड़ा के रहने वाले कुलजीत हीर ने बताया कि बंबइयावाली की रहने वाली सुंदेश कुमारी व दूसरे स्वजन ट्रैवल एजेंट का काम करते हैं। सुंदेश कुमारी अर्मीनिया में रहती है, जिससे उसका स्पेन भेजने के लिए छह लाख में सौदा हुआ था। उन्होंने 2.58 लाख रुपये ले लिए, लेकिन स्पेन की जगह अर्मीनिया का वीजा लगाकर दे दिया। मुझे कहा गया कि वहां से उसे स्पेन भेज देंगे। 26 नवंबर 2011 को उसे जयपुर से अर्मीनिया भेज दिया गया। वहां उन्होंने बाकी पैसे मांगे तो शिकायतकर्ता के भाई सुरिंदर कुमार ने डेढ़ लाख रुपए सुंदेश की बहन और डेढ़ लाख रुपये गांव मिठड़ा के रहने वाले कुलविंदर उर्फ सोनू को दे दिए। कुलविंदर सोनू पंजाब पुलिस के एक डीएसपी का भांजा है। उसने पैसे लेने के लिए भी डीएसपी मामा के ड्राइवर संजीव कुमार को भेजा था।

शिकायतकर्ता के मुताबिक जो 50 हजार रुपये वो साथ लेकर गया था, उसे अर्मीनिया में सुंदेश कुमारी ने ले लिया। इसके बाद वह काफी समय तक अपने खर्चे पर अर्मीनिया में रहा। उसके पास पैसे नहीं थे। इस कारण वह घरवालों से मंगवाकर होटल में दिन काट रहा था, लेकिन सुंदेश कुमारी ने उसे स्पेन नहीं भेजा। इसके बाद घर वालों से टिकट करवाकर वह वापस लौट आया। जब उसने पैसे वापस मांगे तो कुलविंदर सोनू उसे धमकाने लगा कि उसके व उसके पूरे परिवार पर डीएसपी मामा को कहकर झूठा पर्चा दर्ज करवा देगा। इसकी शिकायत मिली तो डीएसपी स्तर के अधिकारी का नाम आने पर एसएसपी ने इसकी जांच डीएसपी क्राइम अंगेस्ट प्रॉपर्टी को सौंपी। उन्होंने जांच रिपोर्ट में कहा कि कुलजीत हीर व कुलविंदर सोनू आपस में जानकार हैं। सोनू के जरिए ही कुलजीत की फोन पर अर्मीनिया में रह रही सुंदेश के साथ बात हुई थी। केस में 4.58 लाख रुपये लेने की बात सामने आई है। सुंदेश कुमारी अर्मीनिया में होने की वजह से जांच में शामिल नहीं हुई, जबकि कुलविंदर सोनू गांव में नहीं मिला और बुलाने पर नहीं आया। उन्होंने सुंदेश के बाकी स्वजनों को बेकसूर करार देते हुए सुंदेश व कुलविंदर सोनू के खिलाफ केस दर्ज करने की सिफारिश कर दी।

राजीनामा कराने भी आया था डीएसपी!

कुलजीत हीर ने बताया कि जब उन्हें पैसे नहीं मिले तो इसके खिलाफ पुलिस को शिकायत कर दी। इसके बाद डीएसपी अपने भांजे के गांव मिठड़ा में पंचायत लेकर आया था। वहां समझौते की कोशिश हुई थी, लेकिन कुल¨वदर सोनू वहां भी धमकाता रहा कि अगर उस पर केस दर्ज हो भी गया तो वह जमानत कराकर बाहर आ जाएगा। कुलजीत ने देहात पुलिस से मांग की कि दोनों आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।


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