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हौसले व सूझबूझ से जीती कोरोना से जंग

पीएपी कैंपस के सुरक्षा विंग में तैनात डीएसपी मुनीष कुमार ने हौसले व सूझबूझ के साथ कोरोना से जंग जीती।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Oct 2020 07:18 AM (IST)Updated: Fri, 02 Oct 2020 07:18 AM (IST)
हौसले व सूझबूझ से जीती कोरोना से जंग
हौसले व सूझबूझ से जीती कोरोना से जंग

सुक्रांत, जालंधर : पीएपी कैंपस के सुरक्षा विंग में तैनात डीएसपी मुनीष कुमार ने हौसले व सूझबूझ के साथ कोरोना से जंग जीती। महाराष्ट्र में रहने वाले पंजाब के लोगों को वापस लाने में अहम भूमिका निभाने वाले मुनीष अपना फर्ज निभाते हुए कोरोना संक्रमित होने के बावजूद ड्यूटी से पीछे नहीं हटे और स्वस्थ होकर दोबारा लोगों की सेवा में जुट गए हैं।

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मुनीष कुमार ने बताया कि कोरोना का बढ़ता प्रकोप देखते हुए भारत सरकार द्वारा महाराष्ट्र में नांदेड़ को रेडजोन घोषित किया गया। वहां पर फंसे करीब तीन हजार श्रद्धालुओं को वापस लाने के लिए उन्हें सुपरवाइजर नियुक्त कर पंजाब रोडवेज की 80 बसों के साथ भेजा गया। लगातार दो दिन सफर करने के बाद वे नांदेड़ पहुंचे तो पता चला कि कोरोना मरीज आने के कारण इलाका सील किया गया है। इसके बाद किसी तरह बातचीत कर सभी को 29 अप्रैल को वापस बठिंडा लेकर आए। यहां 30 अप्रैल को उन्हें पीटीयू कपूरथला के सेंटर में क्वारंटाइन किया गया। एक मई को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उन्हें 16 मई तक वहीं आइसोलेट कर दिया गया। वहां उन्होंने सुबह-शाम डेढ़ घंटे तक सैर व योगा, दोपहर के समय गर्म पानी के गरारे, भाप व काढ़े को अपनी दिनचर्या में शामिल किया। संक्रमित होने के बावजूद वे हिम्मत नहीं हारे और जंग में डटे रहे। अब ठीक होने के बाद फिर से कोरोना के खिलाफ चल रही पुलिस विभाग की लड़ाई में खड़े हुए हैं।

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भीड़ वाली जगह पर न जाएं गर्भवती महिलाएं

कोरोना गर्भवती महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता हैं। ऐसे में उन्हें भीड़ वाली जगह व संक्रमित इलाकों में जाने से गुरेज करना चाहिए। बेहतर होगा कि घर में भी दूसरों से अलग रहे। रोजाना गर्म पानी व दूध का सेवन करने के अलावा हरे पत्ते वाली सब्जियों व फल का सेवन करें। कोरोना की चपेट में आने से गर्भवतियों को सांस लेने में समस्या आती है, जिसकी वजह से उऑक्सीजन की कमी आने से उसका प्रभाव कोख में पल रहे बच्चे पर पड़ता हैं। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा भी रहता है, जो जच्चा-बच्चा के लिए घातक हो सकता हैं।

- डॉ. अमिता शर्मा, एमडी, सेंट्रल अस्पताल।


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