Move to Jagran APP

ड्रग इंस्पेक्टर बबलीन कौर अमृतसर की गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार, रिश्वत लेने के लगे हैं आरोप

गुरदासपुर व पठानकोट जिले की ड्रग इंस्पेक्टर बबलीन कौर को पुलिस ने अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया है। न्यू अमृतसर क्षेत्र में रहने वाली बबलीन पुलिस को घर में नहीं मिली लेकिन बाद में उन्हें गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार कर लिया गया।

By DeepikaEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 10:08 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 01:45 PM (IST)
ड्रग इंस्पेक्टर बबलीन कौर अमृतसर से गिरफ्तार। (जागरण)

जागरण संवाददाता, अमृतसर। गुरदासुपर में कार्यरत पंजाब की युवा ड्रग इंस्पेक्टर बबलीन कौर को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। गुरदासपुर विजिलेंस टीम ने बबलीन को गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में बने सरकारी क्वार्टर से पकड़ा। सिविल अस्पताल पठानकोट में बबलीन का मेडिकल करवाया गया और फिर अदालत में पेश किया गया। यह मामला पठानकोट के एक मेडिकल स्टोर से जुड़ा है।

loksabha election banner

बताया जा रहा है कि पठानकोट के ममून स्थित अजय मेडिकल स्टोर के संचालक अरुण शर्मा ने लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदन किया था। यह आवेदन गुरदासपुर की ड्रग इंस्पेक्टर बबलीन कौर ने अस्वीकृत कर दिया था। बबलीन कौर के पास पठानकोट जिले का अतिरिक्त प्रभार भी है। आरोप है कि गुरदासपुर सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत दर्जा चार कर्मचारी राकेश कुमार के माध्यम से मेडिकल स्टोर संचालक से संपर्क किया गया। राकेश ने 90 हजार रुपये में लाइसेंस बनवाने की बात कही। राकेश ने इस बात की शिकायत मुख्यमंत्री द्वारा जारी भ्रष्टाचार निरोधक हेल्पलाइन पर दर्ज करवाई थी। हेल्पलाइन से विजिलेंस को कार्रवाई का आदेश मिला।

बीते मंगलवार को राकेश कुमार ने अरुण से 30 हजार रुपये की रुपये लिए। वहां पहले से ही खड़ी विजिलेंस टीम ने राकेश को धर दबोचा। पूछताछ में राकेश ने कहा कि यह राशि बबलीन कौर ने मांगी थी। कर्मचारी सच बोल रहा है या झूठ, यह जांच का विषय था। उसके बयानों पर विजिलेंस टीम बुधवार सुबह तकरीबन 8 बजे न्यू अमृतसर स्थित बबलीन कौर के घर पर पहुंची। बबलीन कौर उस वक्त घर नहीं थी। संभवत: विजिलेंस के आने की सूचना उन्हें पूर्व में मिल चुकी थी। लिहाजा वह गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में कार्यरत अपने रिश्तेदार के क्वार्टर में छिप गई थी। सूचना के आधार टीम यूनिवर्सिटी पहुंची। बबलीन को गिरफ्तार करने से पूर्व यूनिवर्सिटी का प्रवेश व निकासी द्वार बंद कर दिए गए। इसके बाद यूनिवर्सिटी के क्वार्टर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

यह वही ड्रग इंस्पेक्टर हैं जिनके आने से पहले दवा कारोबारी अपनी दुकानों के शटर गिराकर गायब हो जाया करते थे। आज वह विजिलेंस से छिपने का प्रयास कर रही थी। हालांकि, बड़ा सवाल यह भी है कि पीएन राकेश कुमार की तैनाती बबलीन कौर के साथ नहीं थी। वह सिविल सर्जन गुरदासपुर का कर्मचारी है। यह भी संभव है कि बबलीन कौर को इस मामले की जानकारी न हो। राकेश ने अपने स्तर पर पैसे मांगे और पकड़े जाने पर बबलीन का नाम लिया हो।

यह भी पढ़ें - Punjab Police Recruitment: जालंधर में उमड़े पुलिस भर्ती के लिए मेडिकल करवाने वाले युवा, बिना जानकारी घंटों इधर-उधर भटके

सीएम हेल्पलाइन से भ्रष्टाचार पर वार, अब तक 45 गिरफ्तार

बता दें कि, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम छेड़ रखी है। उन्होंने बाकायदा एक वाट्सएप नंबर 9501200200 जारी करके उस पर रिश्वत लेने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की आडियो वीडियो भेजने को कहा है। इस नंबर पर भेजी गई शिकायतों के आधार पर अब तक 28 से ज्यादा एफआइआर दर्ज की जा चुकी हैं जबकि 45 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

यह भी पढ़ेंः- Punjab Politics: संगरूर उपचुनाव में हार के बाद बढ़ा शिअद का विरोध, एसजीपीसी ने सुखबीर के नेतृत्व पर उठाए सवाल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.