जालंधर में डा. पीके गुगलानी ने योग से भगाया कोरोना, जंग में परिवार व दोस्तों की रही अहम भूमिका
जालंधर में नीमा के पूर्व प्रदेश महासचिव डा. पीके गुगलानी ने योग से कोरोना को भगाने में कामयाबी हासिल की है। डा. गुगलानी का कहना है अप्रैल के दूसरे सप्ताह उन्हें कोरोना के लक्षण दिखने शुरू हुए तो जांच के लिए सैंपल भेजा। 14 अप्रैल को रिपोर्ट पाजिटिव आई थी।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है। कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद लोगों के दिल में डर बैठ जाता है और मानसिक तनाव के शिकार हो जाते हैं। कई परिवारों के सभी सदस्य कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति से नीमा के पूर्व प्रदेश महासचिव डा. पीके गुगलानी भी गुजरे हैं। उन्होंने योग से कोरोना को भगाने में कामयाबी हासिल की। डा. गुगलानी का कहना है अप्रैल के दूसरे सप्ताह उन्हें कोरोना के लक्षण दिखने शुरू हुए तो जांच के लिए सैंपल भेजा। बैसाखी के दिन 14 अप्रैल को रिपोर्ट पाजिटिव आई। इस बात से उन्हें डर नहीं लगा, क्योंकि पिछले एक साल से कोरोना पाजिटिव आने वाले कई मरीजों का इलाज कर चुके हैं। रिपोर्ट आने के बाद सबसे पहले टैगोर अस्पताल के डा. विजय महाजन से संपर्क किया। उन्होंने दवाइयां दी। इसके बाद वह एक कमरे में एकांतवास हो गए।
कोरोना से जंग जीतने में उनके परिवार सदस्यों व दोस्तों की अहम भूमिका रही। उनकी पत्नी व बच्चे उनके विभिन्न पौष्टिक भोजन तैयार करते और दूर से ही हंसी मजाक करते रहे। देर रात तक एक के बाद एक दोस्त फोन पर उनसे बात करते रहते थे। जब वह फ्री होते तो धार्मिक गाने सुनते। सुबह उठकर योग करता था। इसके अलावा दिन में दो बार आयुर्वेदिक काढ़ा, ग्लोय वटी का सेवन करता था। उनका कहना है कि उन्हें पता ही नहीं चला कि उनका एकांतवास कब पूरा हो गया। अब वह कोरोना नेगेटिव है और क्लीनिक पर जाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
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