स्मार्ट सिटी फंड से ब्यूटीफाई होगा डाग कंपाउंड, नंगल श्यामा में खाली पड़ी जमीन पर विकसित होगी ग्रीन बेल्ट
नगर निगम की हेल्थ ब्रांच के अधीन चल रहे एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर-डाग कंपाउंड को ब्यूटीफाई करने का प्लान बनाया गया है। नगर निगम की ज्वाइंट कमिश्नर शायरी मल्होत्रा ने स्मार्ट सिटी कंपनी के कंसल्टेंट्स मैनेजर हिमांशु पुरी के साथ इस पर चर्चा की है।
जालंधर, जेएनएन। नगर निगम की हेल्थ ब्रांच के अधीन चल रहे एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर-डाग कंपाउंड को ब्यूटीफाई करने का प्लान बनाया गया है। नगर निगम की ज्वाइंट कमिश्नर शायरी मल्होत्रा ने स्मार्ट सिटी कंपनी के कंसल्टेंट्स, मैनेजर हिमांशु पुरी के साथ इस पर चर्चा की है। इसके तहत नंगल श्यामा स्थित डाग कंपाउंड परिसर में खाली पड़ी जमीन पर ग्रीन बेल्ट की जाएगी।
ज्वाइंट कमिश्नर शायरी मल्होत्रा ने कंसलटेंट से इस पर प्लान मांगा है। डाग कंपाउंड परिसर में ही कूड़े से खाद बनाने के लिए पिट्स बनाई गई हैं। इन पिट्स पर कंपाउंड के साथ बने फ्लैट मालिकों को भी ऐतराज है और मामला हाई कोर्ट में पहुंच चुका है। पिट्स और डाग कंपाउंड की बिल्डिंग के साथ ग्रीन बेल्ट डिवेलप किए जाने से फ्लैट मालिकों को भी राहत मिलेगी। डाग कंपाउंड में डाग को आपरेशन के बाद रखने के लिए बनाए गए चैनल भी बढ़ाए जाएंगे। हालांकि अभी डाग कंपाउंड में डाग्स की नसबंदी का काम रुका हुआ है।
दो साल का कांट्रैक्ट खत्म हो चुका है और नया टेंडर लगाया जाना है। अभी 19,000 डाग्स की नसबंदी हुई है और करीब इतने ही डाग्स के आपरेशन किए जाने हैं। शहर में करीब 50,000 डाग हैं जिनमें से 70 फीसद डाग्स के आपरेशन किए जाने हैं। शहर में कई नए इलाके जुड़े हैं जिससे डाग्स की गिनती और बढ़ेगी और प्रोजेक्ट रुकने के कारण भी डाग्स की ग्रोथ बढ़ेगी।