Monsoon Health Alert: बरसात में न खाएं गोलगप्पे, चाऊमीन और बर्गर; स्वस्थ खान-पान सबसे महत्वपूर्ण
बरसात में खुले में बिकने वाली चीजें खाने से परहेज करना चाहिए। गोलगप्पों के साथ खुले में बिकने वाले चाट चाऊमीन नूडल्स और बर्गर खाना इस समय उचित नहीं है। बरसात में स्वस्थ रहने के लिए शुद्ध पेयजल और खान-पानी में साफ-सफाई जरूरी है।
आनलाइन डेस्क, जालंधर। आपने सुर्खी बनी एक खबर पढ़ी होगी, नेपाल की काठमांडू में गोलगप्पा या पानीपूरी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कारण, वहां हैजा के एक दर्जन के करीब मामले सामने आए हैं। इसके बाद सरकार ने इसे नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया है। पंजाब की बात करें तो पिछले दिनों पटियाला और होशियारपुर के कुछ क्षेत्रों में डायरिया फैलने के मामले सामने आए हैं।
दरअसल, हैजा, डायरिया जैसे रोग प्रदूषित पानी से फैलते हैं। बरसात में इसके संक्रमण की संभावना सबसे ज्यादा होती है। नमी में हैजा का बैक्टीरिया आसानी से फैलता है। ऐसे में आप को भी मानसून यानी बरसात में होने वाली रोगों को लेकर सतर्क रहना होगा।
विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार बरसात में खुले में बिकने वाली चीजें खाने से परहेज करना चाहिए। गोलगप्पों के साथ खुले में बिकने वाले चाट, चाऊमीन, नूडल्स और बर्गर खाना इस समय उचित नहीं है। अगर खाना भी है तो ध्यान दें कि वेंडर की शाप साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा गया हो। सर्व करते समय उसने हाथ में दस्ताने पहने हों।
इस कारण होता है हैजा
हैजा कालरा बैक्टीरियम से फैलता है। इसके रोगी का रक्तचाप कम हो जाता है और दिल की धड़कन बढ़ जाती है। उल्टी, दस्त के साथ घबराहट होती है। शूगर स्तर भी घट जाता है। रोगी को दस्त लग जाते हैं और उसे शरीर में पानी की कमी से जूझना पड़ता है। समय रहते ध्यान न देने पर स्थिति जानलेवा हो सकती है।
हैजा से बचाव का सबसे अच्छा तरीका जहां से कोई चीज खाएं वहां साफ-सफाई होनी चाहिए। फिल्टर्ड या फिर उबला हुआ पानी पीयें। शरीर में पानी की कमी न होने दें। शीघ्र चिकित्सक को दिखाएं।
गर्मी में बच्चों को सताती है डायरिया की समस्या
गर्मी में बच्चों को दस्त यानी डायरिया की समस्या सबसे ज्यादा सताती है। यह वायरल इंफेक्शन, दूषित भोजन और पानी से फैलती है। बच्चों को दस्त लग जाते हैं और उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है। बड़ो को यह रोग होने पर उल्टी, सिरदर्द, बैचेनी, थकान का सामना करना पड़ता है। इससे बचाव के लिए बच्चों को ओआरएस का घोल दें। केवल फिल्टर्ड या फिर पानी को उबाल कर पीयें।
बरसात में बच्चे जंक फूड से रहें दूरः डा. गुप्ता
रतन अस्पताल के मेडिकल स्पेशलिस्ट डा. बलराज गुप्ता का कहना है कि कमजोर प्रतिरोधक शक्ति वाले लोग बरसात के दिनों में बीमारियों की गिरफ्त में आते हैं । उक्त खाद्य पदार्थों में साफ सफाई अभाव रहता है। गोलगप्पे के पानी में इस्तेमाल होने वाले पानी की भी कोई गारंटी नहीं की ठीक हो। ज्यादातर लोग घरों में आरओ का पानी इस्तेमाल करते हैं। वही चाऊमीन और बर्गर में इस्तेमाल होने वाली टिक्की व सास भी पेट खराब कर सकती है। इन दिनों खासकर बच्चों को इन खाद्य पदार्थों से दूर रखना चाहिए।