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डीजीपी अरोड़ा ने कश्मीरी छात्रों के पलायन का ठीकरा मीडिया पर फोड़ा, पुलिस उत्पीड़न की बात नकारी

सीटी इंस्टीट्यूट से पकड़े गए तीन कश्मीरी छात्रों के मामले में रिपोर्टिग करते समय संयम से काम ले। कोशिश हो कि सभी कश्मीरी छात्रों को टारगेट पर न लिया जाए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 05:33 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 05:33 PM (IST)
डीजीपी अरोड़ा ने कश्मीरी छात्रों के पलायन का ठीकरा मीडिया पर फोड़ा, पुलिस उत्पीड़न की बात नकारी

सुनील प्रभाकर, जालंधर : डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने रविवार को शहर के शिक्षण संस्थानों से कश्मीरी छात्रों के पलायन का ठीकरा मीडिया पर फोड़ा। उन्होंने पुलिस उत्पीड़न के आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने मीडिया को नसीहत देते हुए कहा कि सीटी इंस्टीट्यूट से पकड़े गए तीन कश्मीरी छात्रों के मामले में रिपोर्टिग करते समय संयम से काम ले। कोशिश हो कि सभी कश्मीरी छात्रों को टारगेट पर न लिया जाए। डीजीपी पीएपी मैदान में आयोजित पुलिस शहीदी दिवस पर विशेष तौर पर शहीदों को श्रद्धाजलि देने आए हुए थे। अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में जब आतंकवाद का काला दौर था उस समय की कई मीडिया रिपोर्ट में आतंकवादियों को सिख आतंकवादी लिखा जाता रहा। तब इसका खमियाजा दूसरे राज्यों में पढ़ रहे सिख छात्रों को भुगतना पड़ा था। सभी सिख छात्रों को संदेह की नजर से देखा जाने लगा था। आज अगर पंजाब में पढ़ रहे पाच फीसद कश्मीरी छात्र गलत रास्ते पर हैं तो बाकी 95 फीसद बेकसूरों को शक के दायरे में लाना उचित नहीं है। वह नहीं चाहते जो नर्क उस वक्त सिख छात्रों ने भोगा, वही पंजाब में पढ़ते हजारों मासूम कश्मीरी छात्रों को भुगतना पड़े। डीजीपी ने यह बातें उस वक्त कहीं जब उनसे पूछा गया कि जालंधर में पुलिस के उत्पीड़न के कारण कश्मीरी छात्र कश्मीर लौटने लगे हैं। डीजीपी ने पुलिस का यह कहते बचाव किया कि कुछ मीडिया रिपो‌र्ट्स में पुलिस उत्पीड़न की बातें सामने आ रही हैं लेकिन यह सब सत्यता से परे हैं। इनसे ही कश्मीरी छात्रों में असुरक्षा की भावना का माहौल बन रहा है। डीजीपी के ध्यान में लाया गया कि कश्मीरी छात्रों से आधार कार्ड मागे जा रहे हैं। नहीं उन्हें कहा जा रहा है कि अगर छुट्टी पर जाना है तो वो भी उन्हे बता कर जाएं। जाच के नाम पर हजारों कश्मीरी छात्रों की ईमेल आइडी पुलिस विभाग हासिल कर रहा है। इससे कश्मीरी छात्रों में खौफ और असुरक्षा का माहौल ही बनेगा। इस पर डीजीपी ने कहा कि विभाग ने इस तरह की कार्रवाई के कोई आदेश नहीं दिए गए हैं। फिर भी वो मीडिया से मिली जानकारी को क्रॉस चेक करवा लेंगे। डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा कि उन्हें रोजाना कश्मीरी से छात्रों के माता पिता के फोन आ रहे हैं। कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों के नेता कश्मीरी छात्रों के हितों की सुरक्षा की बात को लेकर उनसे मुलाकात कर रहे हैं। सभी को आश्वासन दिया गया है कि पंजाब में कश्मीरी छात्रों के हित पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उन्हें भयमुक्त माहौल देने के लिए पंजाब पुलिस दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि हमें ध्यान रखना चाहिए कि अगर कश्मीरी छात्रों में असुरक्षा की भावना पैदा होगी तो कश्मीर में बैठी राष्ट्रविरोधी ताकतें झट से मौके का फायदा उठाकर उन्हें अपने में मिला लेंगी। इसीलिए सबका फर्ज है कि बच्चों में असुरक्षा की भावना न पैदा हो। आइजी नौनिहाल सिंह करेंगे कश्मीरी छात्रों की काउंसलिंग

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डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा कि उन्होंने आइजी नौनिहाल सिंह समेत कई उच्च अधिकारियों की डयूटी लगाई है कि वो जालंधर में पढ़ते कश्मीरी छात्रों की काउंसलिंग करें। उन्हें महसूस करवाएं कि वो पंजाब में पूरी तरह सुरक्षित हैं। बेवजह किसी बेकसूर कश्मीरी छात्र को पुलिस तंग नहीं करेगी। डीजीपी ने कहा कि ये देश के बच्चे हैं और इन्हें पंजाब के अंदर भयमुक्त माहौल देना हमारा पहला फर्ज है।


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