Sawan Somwar 2020: 'हर हर महादेव' के जयकारों से गूंजे शहर के मंदिर, भोलो बाबा का जलाभिषेक करने उमड़े श्रद्धालु
जालंधर के लगभग सभी मंदिरों में सावन महीनों को लेकर खास तैयारियां की गई हैं। भक्तों में शारीरिक दूरी के साथ मास्क लगाना अनिवार्य है।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना काल में भी भगवान शिव को अति प्रिय सावन माह के दूसरे सोमवार को शहर के मंदिर 'हर हर महादेव' के जयकारों से गूंज उठे। मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। कोरोना के चलते मंदिरों में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए व मास्क पहनकर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। भक्तों ने भगवान शंकर की उपासना कर व्रत का आगाज किया। सावन के दूसरे सोमवार को व्रत रखने वाले भक्तों ने शिवलिंग को जल के उपरांत पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद व शक्कर) से स्नान करवाया। इसके उपरांत शिवलिंग पर जनेऊ, तिलक, चावल, शहद, बिल्व पत्र, भांग, धतूरा, आक (मदार) के पत्ते व फूल, दुर्वा घास, मिठाई, फल, सुपारी, लौंग, इलायची, पान के पत्ते चढ़ा कर पूजा की।
पं. तुलसी राम बताते है कि सावन माह पवित्र माह है और इस माह में बोले बाबा की उपासना की जाती है। माह में आने वाले सभी सोमवार को भगवान शिव का विधिवत व्रत रखने व पूजा-अर्चना करने से वर्ष भर के सोमवार पर रखने वाले व्रत के समान फल मिलता है। जो भक्त श्रद्धा व भक्ति भाव से शिव पूजा करते हैं, उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और घर में सुख शांति की प्राप्ति होती है।
रूद्राभिषेक का है खास महत्व
पंडित गिरधारी लाल बताते हैं कि इस माह में रूद्राभिषेक का बहुत बड़ा महत्व है। किसी की कुंडली में अगर काल सर्प योग दोष हो तो वह पूरा महीना भगवान शंकर को दूध चढ़ाकर पूजन करे तो उन पर इसका प्रभाव कम हो जाता है।
शहर के मंदिरों में खास तैयारियां
सावन माह को लेकर शहर के शिवालयों को खास तौर पर सजाया गया है। प्राचीन शिव मंदिर, गुड़ मंडी, प्राचीन शिव मंदिर, दोमोरिया पुल, श्री महालक्ष्मी मंदिर, जेल रोड, गीता मंदिर मॉडल टाउन, शिव मंदिर बस स्टैंड, माता वैष्णोदेवी मंदिर माडल हाउस, शिव मंदिर मोता सिंह नगर, लक्ष्मी नारायण मंदिर माडल हाउस, चिंतपूर्णी मंदिर माई हीरां गेट, श्री हनुमान मंदिर चौक सूदां, अन्नपूर्णा मंदिर कोट किशन चंद, नौहरियां मंदिर, नौहरियां बाजार, श्री कृष्ण मंदिर छोटा अली मोहल्ला, प्राचीन शिव मंदिर शंकर गार्डन, शिव शंकर मंदिर शिवनगर, प्राचीन शिव मंदिर न्यू प्रेम नगर, शिव मंदिर नीलामहल, लाहौरियां मंदिर मिट्ठा बाजार व श्री राधा कृष्ण चेतन्य महा प्रभु मंदिर मकसूदां सहित शहर के सभी मंदिरों में दो पहर की पूजा का दौर चला।