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बहन ने पड़ोसियों को लूटने के लिए बुलाया भाई का गैंग, हथियारों समेत सात गिरफ्तार

देहात पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब उसने महितपुर में एक घर में डकैती की योजना बना रहे एक गैंग के सात लोगों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया।

By Edited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 10:50 PM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 09:03 AM (IST)
बहन ने पड़ोसियों को लूटने के लिए बुलाया भाई का गैंग, हथियारों समेत सात गिरफ्तार
बहन ने पड़ोसियों को लूटने के लिए बुलाया भाई का गैंग, हथियारों समेत सात गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, जालंधर। देहात पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब उसने महितपुर में एक घर में डकैती की योजना बना रहे एक गैंग के सात लोगों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में पुलिस ने छह महीने पहले श्री मुक्तसर साहिब में रिलायंस पेट्रोल पंप में कैशियर को गोली मार 10 लाख रूपये की डकैती और चार माह पहले फिरोजपुर के गांव चुगत्तेवाल में फाइनेंस कंपनी के का¨रदे से गन प्वाइंट पर 80 हजार की लूट के मामले को भी हल कर लिया है। इन दोनों घटनाओं को भी इसी गैंग के सदस्यों ने अंजाम दिया था।

आरोपितों के पास से पुलिस ने 32 बोर के दो देसी पिस्टल मैगजीन समेत, छह कारतूस, तीन दातर, एक तेजधार छुरा और दो बाइक बरामद हुए हैं। आरोपितों की पहचान गांव चक्क अतरी संदारवाला वधाई, जिला श्री मुक्तसर साहिब निवासी दिलबाग सिंह उर्फ बागा (30), गांव निजामवाला जिला फिरोजपुर निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी (24), गांव बस्ती रामलाल जिला फिरोजपुर निवासी अकाशदीप सिंह उर्फ अकाश (30), गांव मल्लांवाला खास जिला फिरोजपुर निवासी संदीप सिंह (24), सतनाम सिंह (22), गांव बागेवाला जिला फिरोजपुर निवासी सिमनरजीत सिंह उर्फ सिमरा (26) और मोहल्ला सरकार अस्पताल महतपुर जिला जालंधर निवासी कुलदीप कुमार (26) के रूप में हुई है।

बहन ने बोला पड़ोसन घर से सोना और लाखों की नकदी लूट ले
बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी नवजोत सिंह माहल ने बताया कि आरोपित हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी की बहन की शादी महितपुर में हुई है। पूछताछ में आरोपित हरप्रीत ने बताया कि उसकी बहन को उसकी पड़ोसन बहुत परेशान करती है। बात-बात पर कोई न कोई विवाद आए दिन ही हुआ रहता है। बहन ने उसे कहा था कि उसकी पड़ोसन बहुत अमीर है। उसके घर में लाखों रुपये के सोने के गहने और नकदी पड़ी है। बहन के कहने पर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उस पड़ोसन के घर में लूट की वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी, जिसे वह बहुत ही जल्द अंजाम देने वाले थे।

गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा गया गैंग
एसएसपी माहल ने बताया कि फिरोजपुर और मुक्तसर के दोनों मामले ही पूरी तरह से अनट्रेस थे। मंगलवार को सीआईए स्टाफ-दो को सूचना मिली थी कि उक्त दोनों वारदातों को अंजाम देने वाले आरोपित लोहियां में पट्रोल पंप और महितपुर के एक घर में लूट की योजना बना रहे हैं। सूचना के मुताबिक आरोपित जीटी रोड दारेवाल भुस्सी बांध पर पड़ते वाइ प्वाइंट के अंदर सुनसान जगह पर मौजूद हैं और जिनके पास तेजधार हथियारों समेत पिस्टल भी हैं। इस पर तुरंत सीआइए स्टाफ-दो के एसआई सुरिंदर सिंह ने पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंच सातों आरोपितों को काबू किया। उनके खिलाफ थाना लोहियां में केस दर्ज किया गया।

14 अक्टूबर 2018 में कैशियर की हत्या कर लूटे थे 10 लाख
एसएसपी ने बताया कि जांच में सामने आया कि उक्त आरोपितों ने पिछले साल 14 अक्टूबर को थाना सिटी श्री मुक्तसर साहिब के क्षेत्र में आते निजी कंपनी के पेट्रोल पंप के कैशियर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद आरोपित पंप से 10 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए थे। इसके बाद 7 दिसंबर को आरोपित सिमरनजीत सिंह उर्फ सिमरा और हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी ने अपने दो साथियों गोरा और शिंगारा के साथ सफेद रंग की मारुति स्विफ्ट कार (पीबी डीएल 9 सीपी 7423) में फिरोजपुर के थाना आरिफ-के के क्षेत्र में आते गांव चुगट्टेवाला के पास बाइक सवार भारत फाइनेंस कंपनी के मैनेजर फिरोज खान से गन प्वाइंट पर 85 हजार रुपये की नकदी लूट ली थी। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि जिस लाइसेंसी रिवॉल्वर से उन्होंने कैशियर की हत्या की थी। उसे उन्होंने आचार संहिता लगने पर एक गन हाउस में जमा भी करवा दिया।

-बग्गा ने बनाया था गिरोह, पहली वारदात लाइसेंसी रिवाल्वर से अंजाम दे देसी पिस्टल खरीदे
14 अक्टूबर को श्री मुक्तसर साहिब में पेट्रेल पंप में अंजाम दी गई वारदात से कुछ समय पहले ही आरोपितों मे अपना गिरोह बनाया था। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपित हरप्रीत अपने पिता का लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर आया था। इसके बाद पहली ही वारदात में 10 लाख की डकैती डालने के बाद लाइसेंसी रिवाल्वर हरप्रीत ने दोबारा घर में रख दिया। जबकि डैकेती के पैसों से गिरोह ने दो देसी पिस्टल खरीदे। गिरोह ने 80 हजार रुपये एक बुलेट मोटरसाइकल पर खर्च किए। एसएसपी माहल ने बताया कि आरोपितों से रिमांड के दौरान पूछताछ कर कई लाख रुपये की रिकवरी होने की आशंका है।

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