Move to Jagran APP

दमनवीर सिंह फिल्लौर शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त, सुखदेव सिंह ढींढसा ने दी जिम्मेदारी

शिअद संयुक्त के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींढसा ने दमनवीर सिंह फिल्लौर को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है। फिल्लौर ने कहा कि भाजपा-पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी)-शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) गठबंधन पंजाब में अगली सरकार बनाएगा।

By Vinay KumarEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 12:03 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 12:03 PM (IST)
दमनवीर सिंह फिल्लौर शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त, सुखदेव सिंह ढींढसा ने दी जिम्मेदारी
दमनवीर सिंह फिल्लौर शिअद संयुक्त के राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, जालंधर। शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींढसा ने दमनवीर सिंह फिल्लौर को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है। अपनी नियुक्ति पर दमनवीर फिल्लौर ने कहा कि उनके लिए यह बहुत बड़ा सम्मान है। सुखदेव सिंह ढींढसा ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी है, उसे निभाने में वे कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। वे जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करेंगे। फिल्लौर ने कहा कि भाजपा-पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी)-शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) गठबंधन पंजाब में अगली सरकार बनाएगा क्योंकि अन्य सभी दल राज्य को रेत, नशीली दवाओं, ट्रांसपोर्ट माफिया के चंगुल से मुक्त कराने में विफल रहे हैं।  बेअदबी के मामलों में न्याय नहीं मिला है। आर्थिक विकास और बेरोजगारी को बढ़ावा देने जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी ध्यान नहीं दिया गया है।

loksabha election banner

दमनवीर सिंह फिल्लौर ने कहा कि वे लंबे समय से फिल्लौर और पंजाब के अन्य हिस्सों में भ्रष्टाचार, रेत माफिया, कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते आ रहे हैं। दुख की बात है कि अकाली दल की तरह कांग्रेस ने भी इन मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं दिया। गौरतलब है कि दमनवीर सिंह फिल्लौर और उनके पिता पूर्व जेल मंत्री और छह बार के विधायक सरवन सिंह फिल्लौर सोमवार को शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) में शामिल हो गए थे। उन्होंने इस कारण कांग्रेस पार्टी छोड़ दी कि पार्टी सिद्धांतों पर खरा नहीं उतरी। कांग्रेस में भी भाई भतीजावाद को ही बढ़ावा दिया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.