शशि शर्मा पर हमले का मुख्य आरोपित दलबीरा गिरफ्तार, गैंबलिंग में पैसे डूबने से रखता था रंजिश
मानवाधिकार संगठन के प्रधान व ट्रांसपोर्टर शशि शर्मा व उसके बेटे पर जानलेवा हमले के मुख्य आरोपित दलबीर ¨सह उर्फ दलबीरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : मानवाधिकार संगठन के प्रधान व ट्रांसपोर्टर शशि शर्मा व उनके बेटे पर जानलेवा हमले के मुख्य आरोपित दलबीर सिंह उर्फ दलबीरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दलबीरा निवासी मोहल्ला राज नगर बस्ती बावा खेल को थाना डिवीजन नंबर 6 के एसएचओ ओंकार सिंह बराड़ के नेतृत्व में पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर से गिरफ्तार किया है।
शुक्रवार को डीसीपी (इनवेस्टिगेशन) गुरमीत सिंह ने इसका खुलासा किया। डीसीपी ने कहा कि शशि शर्मा व उसके बेटे पर हमले की सारी योजना दलबीरा ने ही बनाई थी। 28 नवंबर को दर्ज हुए इस मामले में अब तक 7 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि दो फरार हैं।
गैंबलिंग के काम को लेकर थी रंजिश
डीसीपी गुरमीत सिंह ने बताया कि लवली वालिया नामक शख्श शशि शर्मा के भाई के साथ गैंबलिंग का काम करता था। बाद में इन दोनों में अनबन हो गई। उसके बाद लवली वालिया दलबीरा के साथ मिलकर यह काम करने लगा। इसमें दलबीरा ने लगभग एक लाख रुपये इन्वेस्ट किए थे। पूछताछ में सामने आया कि शशि शर्मा उन्हें यह काम नहीं करने देता था, जिस वजह से दलबीरा के पैसे डूब गए और वह शशि शर्मा से रंजिश रखने लगा। उसके बाद यह हमला हुआ। इस हमले में लवली वालिया की भूमिका पर डीसीपी गुरमीत सिंह ने कहा कि उसका नाम अब सामने आया है। हमले में उसका क्या रोल था, इसकी जांच की जा रही है।
दो आरोपित अब भी फरार, एक नया नाम जुड़ा
डीसीपी गुरमीत सिंह ने बताया कि इस मामले में अब तक 7 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उसमें दलबीर सिंह दलबीरा के साथ प्रदीप कुमार उर्फ दीपा, बिक्रमजीत सिंह उर्फ बाबा उर्फ निहंग, रूबी, जतिंदरजीत सिंह उर्फ दारा, हरजिंदर सिंह उर्फ हनी व रणजीत सिंह उर्फ सोनू भलवान को पकड़ा जा चुका है। उनसे 32 बोर पिस्तौल व 1 बोर का कट्टा बरामद किया जा चुका है। इस मामले में अब गोल्डी और अमरजीत फरार हैं।
दलबीरा के मुताबिक गोल्डी के पास ही तीसरा हथियार 32 बोर रिवॉल्वर है। दोनों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। इस हमले में भीमा का नाम भी सामने आ रहा है, जो दलबीरा के साथ सप्लीमेंट स्टोर में साथ काम करता था।
दलबीरा पर दर्ज हैं 8 पर्चे
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक दलबीरा पर पहले भी 8 पर्चे दर्ज हैं। इनमें मकसूदां में जानलेवा हमला व आर्म्स एक्ट, कोतवाली कपूरथला में जानलेवा हमला, मारपीट, डिवीजन पांच में मारपीट, थाना सिटी फगवाड़ा में जानलेवा हमला, मकसूदां में जानलेवा हमला और बस्ती बावा खेल में हत्या का केस दर्ज है।
दलबीरा बोला, 'जो करना सी करता'
दलबीरा ने मीडिया से कहा कि शशि शर्मा उसे तंग करता था। काम नहीं करने देता था। इसलिए उसने जो करना था, कर दिया। दलबीरा ने कहा कि उसके दोस्त लवली वालिया, शशि शर्मा व उसके भाई शिब्बा का साझा काम था। बाद में वालिया उससे जुड़ गया। मैंने कुछ पैसे भी इनवेस्ट किए लेकिन शशि शर्मा उस पर दबाव डाल रहा था कि दलबीरा को छोड़कर उनके पास आए। वो वालिया को तंग करने लगे, उसकी मां को धमकाने लगे। गैंगस्टरों को भेजकर वालिया के आदमियों से मारपीट कराई। वालिया मेरे पास आया और दो-तीन बार समझाने की कोशिश की लेकिन लवली के पास मेरे बैठे फोन आया और उसमें मुझे उलटा-सीधा कहा जा रहा था। उसके बाद हमने यह काम किया। दलबीरा ने कहा कि हम मैचों का काम करते थे और अभी मैंने शुरू ही किया था। पहले वो सप्लीमेंट का स्टोर चलाता था लेकिन वहां चोरी होने के बाद हुए नुकसान के चलते बंद करना पड़ा।
दलबीरा को नहीं जानता, वालिया से नहीं रंजिश
शशि शर्मा ने कहा कि वह दलबीरा को जानता तक नहीं है। लवली वालिया से उसकी कोई व्यापारिक रंजिश नहीं है। भाई पर लगाए गए आरोप समझ से परे हैं। इस सारे हमले के पीछे किसी और का हाथ है, जिसने लाखों की सुपारी देकर मुझ पर हमला करवाया है। पुलिस इसकी गहराई से जांच करे, इस बारे में मैं लिखकर भी दे चुका हूं।