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बैंकों का करोड़ों का ऋण एनपीए होने के कगार होने पर

जालंधर : बैंकों से मिले रिकॉर्ड के मुताबिक शहर के कई जाने-माने लोगों पर बैंकों की देनदारी है। नोटिस कुछ बिगाड़ नहीं पा रहे हैं। देनदार बैंकों को कर्ज की राशि मोड़ने का तैयार नहीं है। बैंक ओटीएस (वन टाइम सेटलमेंट) शिविर लगाकर मौके पर ही ऋण संबंधी समझौता कर रहे हैं। बैंक सूत्रों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति का दस लाख ऋण एनपीए है तो 10 प्रतिशत की कटौती कर ऋण जमा करवाने के लिए कह देते हैं। हर सर्किल बैंक का करोड़ों रुपये का ऋण एनपीए के कगार में है। 31 मार्च वित्तीय वर्ष की क्लो¨जग होती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Mar 2018 10:17 AM (IST)Updated: Thu, 22 Mar 2018 10:17 AM (IST)
बैंकों का करोड़ों का ऋण एनपीए होने के कगार होने पर

कमल किशोर, जालंधर

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बैंकों से मिले रिकॉर्ड के मुताबिक शहर के कई जाने-माने लोगों पर बैंकों की देनदारी है। नोटिस कुछ बिगाड़ नहीं पा रहे हैं। देनदार बैंकों को कर्ज की राशि मोड़ने का तैयार नहीं है। बैंक ओटीएस (वन टाइम सेटलमेंट) शिविर लगाकर मौके पर ही ऋण संबंधी समझौता कर रहे हैं।

बैंक सूत्रों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति का दस लाख ऋण एनपीए है तो 10 प्रतिशत की कटौती कर ऋण जमा करवाने के लिए कह देते हैं। हर सर्किल बैंक का करोड़ों रुपये का ऋण एनपीए के कगार में है। 31 मार्च वित्तीय वर्ष की क्लो¨जग होती है। बैंकों ने कितना ऋण दिया, कितना ऋण वापस आया, कितना ब्याज लगा, बैंक को कितना फायदा हुआ, कितना ऋण एनपीए हुआ। जिले बैंक सर्किल में कई जाने-माने नाम बैंको का ऋण वापस नहीं कर रहे हैं। बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हर सर्किल बैंक का 70 से 100 करोड़ रुपये एनपीए हो सकता है।

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हर सर्किल में बैंक का अनुमानित एनपीए ऋण

पंजाब नैशनल बैंक : 25 करोड़

-एसबीआइ : 100 करोड़ से अधिक

-कैनरा बैंक : 60 से 70 करोड़

-बैंक ऑफ बड़ोदा : 70 से 75 करोड़

-ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स : 65 से 75 करोड़

-एडीएफसी बैंक : 70 से 72 करोड़

-एक्सिस बैंक : 75 से 80 करोड़

-आईसीआईसीआइ : 80 करोड़ से अधिक

-पंजाब एंड सिंध बैंक : 70 से 72 करोड़

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पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख अजय वरमानी ने कहा है कि 25 करोड़ के करीब ऋण एनपीए है। ऋण हासिल करने के लिए बैंक ने ओटीएस स्कीम शुरू की है। स्कीम के तहत खाताधारक ऋण जमा करवा सकते हैं। खाताधारक को ऋण संबंधी नोटिस भी भेज चुके हैं। खाताधारक स्कीम का हिस्सा बनकर समझौता कर रहे हैं।

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पंजाब बैंक इम्प्लाइज यूनियन के प्रधान अमृत लाल ने कहा कि सर्कल बैंकों का करोड़ों रुपये एनपीए हो चुका है। ऋण वापस न करने वाले लोगों पर सख्त कानून बनना चाहिए। ऋण वापस न होने पर बैंक घाटे में चला जाता है। अच्छा नागरिक बनकर ऋण वापस करना चाहिए।


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