महंगा पेट्रोल: पंजाब और हरियाणा मिलकर चंडीगढ़ को वैट बराबरी पर लाएंगे
प्रदेश के वित्त मंत्री मनप्रीत ¨सह बादल ने कहा है कि इस बेहद महत्वपूर्ण मसले पर पड़ोसी राज्य हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से विचार-विमर्श हो चुका है।
जालंधर, जेएनएन। पेट्रोल बिक्री पर वैट की बेहद कम दरों का दंश झेल रहे केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को अब पंजाब और हरियाणा मिलकर वैट बराबरी पर लाने की कवायद में जुट गए हैं। प्रदेश के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा है कि इस बेहद महत्वपूर्ण मसले पर पड़ोसी राज्य हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से विचार-विमर्श हो चुका है। चंडीगढ़ में पेट्रोल की बिक्री पंजाब और हरियाणा से अभी भी पांच से सात रुपये प्रति लीटर सस्ती है, जिस कारण दोनों राज्यों के उन जिलों में तेल की बिक्री में भारी गिरावट आई है, जो चंडीगढ़ के नजदीक हैं।
पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन पंजाब के प्रवक्ता मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि दो दिन पहले ही एसोसिएशन ने वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल से चंडीगढ़ में मुलाकात की थी, उनसे डीजल की बिक्री पर एक रुपये कम करने की मांग की थी। एसोसिएशन ने पंजाब सरकार से पेट्रोल को सात रुपये प्रति लीटर सस्ता और डीजल को चार रुपये प्रति लीटर सस्ता करने के लिए कहा था, लेकिन सरकार ने मार्च में पेट्रोल तो पांच रुपये प्रति लीटर सस्ता कर दिया, लेकिन डीजल की दरों में मात्र एक रुपये प्रति लीटर की ही कटौती की। सहगल ने कहा कि कमी के बावजूद चंडीगढ़ और पंजाब में पेट्रोल बिक्री को लेकर अभी भी भारी अंतर है। यही वजह है कि जिला मोहाली में पेट्रोल पंप तालाबंदी की कगार तक पहुंचने लगे हैं।
अब राज्यपाल के सामने रखेंगे समस्या
बैठक के दौरान वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने कहा कि वह इस समस्या से भलीभांति परिचित हैं लेकिन सरकार चंडीगढ़ के मुकाबले तो रेट कम नहीं कर सकती है। यही वजह है कि अब हरियाणा के साथ मिलकर राज्यपाल के समक्ष इस समस्या को रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में वैट की दरें पंजाब एवं हरियाणा के बराबर हो जाएं तो फिर पंजाब की पेट्रोल-डीजल बिक्री पड़ोसी राज्य हिमाचल और जम्मू कश्मीर में विभाजित नहीं होगी। इन पड़ोसी राज्यों में वैट की दरें कम होने की वजह से पंजाब की अपेक्षा पेट्रोल सस्ता मिल रहा है।
इस मौके पर वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर मांगपत्र भी सौंपा। बैठक में परमजीत सिंह दोआबा, डॉ मंजीत सिंह, रंजीत सिंह गांधी, जीएस चावला, बॉबी छाबड़ा आदि उपस्थित थे।