निगम का बजट पास नहीं, विकास कार्य प्रभावित होंगे
कोरोना वायरस के कारण 21 दिन के लॉक डाउन के कारण नगर निगम का बजट भी फंस गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना वायरस के कारण 21 दिन के लॉक डाउन के कारण नगर निगम का बजट भी फंस गया है। यह बजट मार्च में ही हाउस में पास करके सरकार को भेजा जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाया है। ऐसे में निगम को अगले दो-तीन माह विकास कार्य करवाने में काफी दिक्कत होगी। निगम का बजट हाउस में पास करवाने के बाद सरकार से मंजूरी ली जाती है। नगर निगम का बजट जब हाउस में पास नहीं होता तो सरकार को सीधा भेज दिया जाता है। जब तक सरकार मंजूरी नहीं देती तब तक नगर निगम सिर्फ मुलाजिमों की सैलरी, बिजली का बिल, टेलीफोन का बिल जैसे जरूरी काम है के लिए ही भुगतान कर सकता है। साल 2017 में भी ऐसी स्थिति बनी थी और कई महीनों तक नगर निगम का काम प्रभावित हुआ। तब हाउस में कांग्रेस विपक्ष में थी और बजट पास नहीं होने दिया था।
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टेंडर की आखिरी तारीख भी बढ़ानी होगी
मार्च और अप्रैल के पहले दो हफ्तों में नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी ने कई टेंडर ओपन करने थे। अब ऑफिस बंद होने से इन टेंडरों को ओपन नहीं किया जा सकेगा। इससे डवलपमेंट के काम में भी देरी होगी। जो टेंडर अब खुलने थे, वे मई में ही खुल पाएंगे। ऐसे में निगम के लिए सड़कों के काम करवाना फिर एक चुनौती होगा। जुलाई के पहले हफ्ते में मानसून आ जाता है। बरसात में लुक-बजरी की सड़कें नहीं बनाई जा सकतीं।