Coronavirus: भूख पेट सड़कों पर खड़े किए बाहर से बुलाए पुलिस कर्मी, खाना ढूंढ़ने के लिए भटकने को मजबूर
शहर में होटल-रेस्टोरेंट से लेकर ढ़ाबे तक बंद हो गए हैं। सड़क किनारे लगने वाली रेहड़ियां भी बंद कर दी गई हैं। ऐसे में कर्मचारियों को कहीं भी खाने को कुछ नहीं मिल रहा है।
जालंधर [मनीष शर्मा]। जिले को लॉकडाउन करने से पहले शहर में सुरक्षा के मद्देनजर तैनात किए पुलिस कर्मचारियों के लिए अधिकारियों ने खाने का कोई इंतजाम नहीं किया है। पुलिस कर्मचारी भूख पेट ही सुबह सड़कों पर तैनात हो गए हैं। सबसे ज्यादा मुश्किल उन कर्मचारियों की है जो रिजर्व फोर्स के तौर पर बठिंडा, लुधियाना आदि क्षेत्रों से आए हैं। खासकर कमांडों बटालियन से बुलाए कर्मचारी सुबह ही जालंधर पहुंचे हैं और यहां खाने के लिए कुछ नहीं मिल रहा। जनता कर्फ्यू की वजह से होटल-रेस्टोरेंटों में बैठाकर खिलाने पर पाबंदी थी लेकिन आज होटल-रेस्टोरेंट से लेकर ढ़ाबे तक बंद हो गए हैं। सड़क किनारे लगने वाली रेहड़ियां भी बंद कर दी गई हैं। ऐसे में कर्मचारियों को कहीं भी खाने को कुछ नहीं मिल रहा है।
पुलिस कर्मी शहर में कभी अलग-अलग ढाबों पर भटक रहे हैं तो कभी खाने की आस में पुलिस लाइन के चक्कर काट रहे हैं लेकिन अफसरों ने कहीं कोई इंतजाम नहीं किया है। इसको लेकर अफसरों की तैयारियों पर भी सवाल खड़ा हो गया है क्योंकि जिला प्रशासन के 25 मार्च की रात 12 बजे तक लॉकडाउन के बाद अब पंजाब सरकार ने यह लॉकडाउन 31 मार्च तक बढ़ा दिया है। ऐसे में पुलिस कर्मचारियों को तब तक सड़कों पर रहना होगा। वहीं, लॉकडाउन को जितना समय बीतेगा, उतना ही लोगों को घरों में रखना व शहर में निकलने से रोकना चुनौती बनेगी। ऐसे में पुलिस कर्मचारियों के लिए ही पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।
31 तक लॉकडाउन, चौबीस घंटे रहेगी ड्यूटी
चूंकि अब पुलिस कर्मचारियों को दिन-रात चौबीसों घंटों ड्यूटी पर तैनात रहना हाेगा, इसलिए ऐसे में खाने-पीने का इंतजाम न होने कर्मचारियों के लिए और परेशानी बढ़ा सकता है। इस बारे में डीसीपी हेडक्वार्टर अरुण सैनी ने कहा कि वो इस बारे में पता करते हैं कि बाहर से आई फोर्स के लिए क्या इंतजाम किया गया है।
गोराया में एनजीओ ने करवाया पुलिसकर्मियों को नाश्ता
जालंधरः देश भर में जनता कर्फ्यू के मद्देनजर गोराया में तैनात पुलिसकर्मी आने-जाने वालों पर निगाह रखते हुए।
यहां गोराया में हालांकि जालंधर के उलट एक गैर सरकारी संस्था ने पुलिस वालों के लिए चाय नाश्ते की व्यवस्था करके मिसाल प्रस्तुत की है। एनजीओ नेक कमाई गोराया में आए सभी पुलिस कर्मचारियों को पानी, खाना और चाय नाश्ता करवाया है।