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उपराष्ट्रपति ने एलपीयू में बांटी डिग्रियां, महिलाओं को शिक्षित करने पर दिया जोर

राष्ट्र के सामाजिक व आर्थिक बदलाव के लिए शिक्षा मुख्य स्त्रोत है। समाज में ज्ञान बढ़ाने के लिए शिक्षा नींव का काम करती है। संस्थानों को विद्यार्थियों को नवीनता भरी सोच वाले बनाना चाहिए। शिक्षा का मुख्य उद्देश्य भारत के प्राचीन गौरव को पुन:स्थापित करना है। उक्त विचार उपराष्ट्रपति मुप्पवरापु वेंकैया नायडू ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में 9वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि के रूप में कहे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 09:56 AM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 09:56 AM (IST)
उपराष्ट्रपति ने एलपीयू में बांटी डिग्रियां, महिलाओं को शिक्षित करने पर दिया जोर
उपराष्ट्रपति ने एलपीयू में बांटी डिग्रियां, महिलाओं को शिक्षित करने पर दिया जोर

जागरण संवाददाता, जालंधर : 'राष्ट्र के सामाजिक व आर्थिक बदलाव के लिए शिक्षा मुख्य स्त्रोत है। समाज में ज्ञान बढ़ाने के लिए शिक्षा नींव का काम करती है। संस्थानों को विद्यार्थियों को नवीनता भरी सोच वाले बनाना चाहिए। शिक्षा का मुख्य उद्देश्य भारत के प्राचीन गौरव को पुन:स्थापित करना है।' यह बात उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में 9वें दीक्षांत समारोह में कही। वे यहां बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए थे।

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एलपीयू के बलदेव राज मित्तल यूनिपोलिस ऑडिटोरियम में आयोजित दीक्षांत समारोह में उप-राष्ट्रपति ने 54 विद्यार्थियों को पीएचडी डिग्री व 98 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। उप-राष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरुआत 'सति श्री अकाल, अज्ज दियां मुबारकां, इत्थे आके मैं बड़ा खुश हां' से की। उन्होंने कहा कि शिक्षा देश की सांस्कृतिक और आत्मिक विरासत को भी कायम रखती है। भारत को कभी विश्व गुरु के रूप में जाना जाता था। हमारी यूनिवर्सिटीज श्रेष्ठता का केंद्र होती थीं। इस गौरव को पुन: प्राप्त करने के लिए प्राइवेट सेक्टर को अहम भूमिका निभानी होगी। एलपीयू विद्यार्थियों का पूर्ण विकास करती है। यहां खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां, नैतिक मूल्यों, अनुशासन, टीम वर्क, लीडरशिप आदि पर पूरा जोर दिया जाता है। महिलाओं के उत्थान के बारे में उप-राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं को पढ़ाने और देश को शिक्षित बना लो।

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डिग्रियों के साथ सेल्फी लेते दिखे विद्यार्थी

दीक्षांत समारोह में वर्ष 2017-2018 के 13018 रेगुलर, 223 पार्ट टाइम व 23901 विद्यार्थियों को डिस्टेंशन एजुकेशन की डिग्री वितरित की गई। विद्यार्थी डिग्रियां पाकर खुश थे।कोई विद्यार्थी टोपी आसमान पर उछाल कर खुशी प्रकट कर रहा था तो कोई डिग्री के साथ सेल्फी ले रहे थे।

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700 कृषि संस्थानों से रैंकिंग में मिला पहला स्थान

एलपीयू के चांसलर अशोक मित्तल ने कहा कि देश के सात सौ से अधिक प्राइवेट कृषि संस्थानों में से प्राप्त हुई रैं¨कग में एलपीयू ने भारत में पहला स्थान पाया। विद्यार्थियों को क्वालिटी एजुकेशन दी जाती है। यहां रिसर्च पर अधिक फोकस किया जाता है। थ्यूरी के साथ-साथ प्रेक्टिकल पर अधिक जोर है।

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मल्टीनेशनल कंपनियों में कर रहे हैं एलपीयू के छात्र

एलपीयू की प्रो. चांसलर रश्मि मित्तल ने कहा कि यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा देने के लिए वचनबद्ध है। कई विद्यार्थी मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पद पर कार्यरत हैं। यूनिवर्सिटी ने हाल में ही न्यूयार्क, लॉस एंजिल्स, मेलबर्न, लंदन में एलुमनी मीट की। दीक्षांत समारोह में तीन हजार विद्यार्थी उप-राष्ट्रपति के राज्य के रहने वाले है।

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दीक्षांत समारोह में मौजूद थे गणमान्य

दीक्षांत समारोह में उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा, चेयरमैन रमेश मित्तल, वाइस चेयरमैन नरेश मित्तल, वाइस चांसलर प्रो. डा. रमेश कंवर, अमन मित्तल, अमित मित्तल व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।


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