बकाया पेमेंट न मिलने पर ठेकेदार करेंगे पांच जोनों की ट्रीट लाइटें 20 को बंद
नगर निगम की शहर के सात में से पांच जोन में स्ट्रीट लाइटें 20 सितंबर के बाद बंद हो सकती हैं। साथ ही ट्यूबवेलों का संचालन भी ठप हो सकता है। शहरभर में स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव और इन्हें ऑपरेट करने की जिम्मेदारी संभालने वाले ठेकेदारों ने 20 सितंबर तक बकाया पेमेंट नहीं मिलने पर काम ठप करने का अल्टीमेटम दे दिया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम की शहर के सात में से पांच जोन में स्ट्रीट लाइटें 20 सितंबर के बाद बंद हो सकती हैं। साथ ही ट्यूबवेलों का संचालन भी ठप हो सकता है। शहरभर में स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव और इन्हें ऑपरेट करने की जिम्मेदारी संभालने वाले ठेकेदारों ने 20 सितंबर तक बकाया पेमेंट नहीं मिलने पर काम ठप करने का अल्टीमेटम दे दिया है। एक ठेकेदार के पास 215 ट्यूबवेलों के संचालन की भी जिम्मेदारी है। उसका कहना है कि यदि निगम प्रशासन ने 20 सितंबर तक उसकी पेमेंट नहीं की गई तो वो ट्यूबवेलों का संचालन भी बंद कर देगा। हालांकि निगम कमिश्नर ने ठेकेदारों को जल्द पेमेंट करने का आश्वासन दिया गया है। वीरवार को निगम कार्यालय में पेमेंट के मामले में कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा से मुलाकात करने के बाद ठेकेदारों का कहना था कि उनके करीब छह करोड़ रुपये निगम पर बकाया हैं। उनकी ओर से निगम प्रशासन को 20 सितंबर तक पेमेंट करने का अल्टीमेटम दे दिया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले भी स्ट्रीट लाइटों का रखरखाव कर रहे ठेकेदारों ने निगम प्रशासन को पेमेंट नहीं करने पर लाइटें बंद रखने की चेतावनी दी थी। सेंट्रल हलके समेत शहर की सबसे अधिक 21 हजार स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव और ऑन-ऑफ की जिम्मेदारी संभाल रहे सुधीर कुमार ने बीते आठ अगस्त की रात स्ट्रीट लाइटें बंद रखीं थीं। पर अगले ही दिन ओएंडएम ब्रांच के एसई के आश्वासन पर सुधीर कुमार ने लाइटें ऑन-ऑफ करने सहित इनकी मेंटिनेंस की जिम्मेदारी को लेने पर सहमति जता दी थी। सुधीर ने कहा कि निगम पर उनका तीन करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कांट्रैक्टर राज कुमार लुथरा के एक करोड़, जगदीश इलेक्ट्रिकल के एक करोड़ रुपये और तरनतारन इलेक्ट्रिकल के करीब 70 लाख रुपये निगम प्रशासन पर बकाया हैं।