अस्पतालों में तीन गुणा बढ़ी ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत, लिक्विड ऑक्सीजन आधारित प्लांट में उत्पादन ठप
मैकेनिकल ऑक्सीजन आधारित दो प्लांट मिलकर रोजाना लगभग 1600 सिलेंडर तैयार कर पा रहे हैं जबकि जालंधर के अस्पतालों में खपत 2200 से लेकर 2500 सिलेंडर के मध्य जा पहुंची है।
जालंधर,मनुपाल शर्मा। लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध न हो पाने के चलते ही इंडस्ट्री को ऑक्सीजन सिलेंडर्स की कमी से जूझना पड़ रहा है। ऑक्सीजन बनाने वाले जालंधर में कुल तीन प्लांट (दो मैकेनिकल एवं एक लिक्विड ऑक्सीजन आधारित) है, जिनमें से लिक्विड ऑक्सीजन आधारित प्लांट ऑक्सीजन का उत्पादन ही नहीं कर पा रहा है। मैकेनिकल ऑक्सीजन आधारित दो प्लांट मिलकर रोजाना लगभग 1600 सिलेंडर तैयार कर पा रहे हैं, जबकि जालंधर के अस्पतालों में खपत 2200 से लेकर 2500 सिलेंडर के मध्य जा पहुंची है।
कोरोना संक्रमण फैलने से पहले जालंधर के अस्पतालों में रोजाना आठ सौ के लगभग ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत हुआ करती थी, जो अब तीन गुना बढ़ गई है। कोरोना संक्रमण से पहले लिक्विड ऑक्सीजन भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहती थी। जिस वजह से लिक्विड ऑक्सीजन आधारित प्लांट भी रोजाना 900 के लगभग ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार करता था। मैकेनिकल ऑक्सीजन आधारित प्लांट हवा में से ऑक्सीजन तैयार करता है, जबकि लिक्विड ऑक्सीजन आधारित प्लांट मैं ऑक्सीजन तैयार करने के लिए विशेष तौर पर ऑक्सीजन युक्त लिक्विड की जरूरत रहती है।
लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई पंजाब की बजाये बाहरी राज्यों से होती है और उन राज्यों की तरफ से अब पहले अपने राज्य से संबंधित प्लांटों को लिक्विड ऑक्सीजन मुहैया करवाई जा रही है। अस्पतालों को पहल के आधार पर ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने के सरकारी आदेशों के तहत अब ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार करने वाले प्लांटों में खाद्य व आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की 24 घंटे तैनाती कर दी गई है। अधिकारी अस्पतालों को पहल के आधार पर ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने को सुनिश्चित बना रहे हैं। अफसरों को भेजी जा रही ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई का बकायदा तौर पर रिकॉर्ड रखा जा रहा है।
जालंधर में ऑक्सीजन तैयार करने वाले प्लांट जगदंबे गैस के संचालक राजन गुप्ता ने बताया कि अस्पतालों में इस समय खपत तीन गुना के लगभग बढ़ चुकी है, जबकि उत्पादन मात्र दो प्लांट ही कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिप्टी कमिश्नर की तरफ से कोशिश कर बीते दिनों कुछ मात्रा में लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई गई है, लेकिन यह इतनी पर्याप्त नहीं है कि तीसरा प्लांट उत्पादन शुरू कर सकें। राजन गुप्ता ने कहा कि अस्पतालों में सप्लाई बढ़ जाने की वजह से ही इंडस्ट्री को ऑक्सीजन सिलेंडर्स की सप्लाई नहीं मिल पा रही है।