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डोमिनोज को 15 हजार में पड़ी 1.76 रुपये की अतिरिक्त बिल वसूली Jalandhar News

सुनवाई में फोरम ने कहा कि वह इसे लापरवाही अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस व सेवा में कमी के नजरिए से देख रहे हैं। जो डोमिनोज के स्तर पर हुई है।

By Edited By: Published: Sat, 02 Nov 2019 07:59 PM (IST)Updated: Sun, 03 Nov 2019 02:23 PM (IST)
डोमिनोज को 15 हजार में पड़ी 1.76 रुपये की अतिरिक्त बिल वसूली Jalandhar News
डोमिनोज को 15 हजार में पड़ी 1.76 रुपये की अतिरिक्त बिल वसूली Jalandhar News

जालंधर [मनीष शर्मा]। बिल से 1.76 रुपये ज्यादा लेना ज्योति चौक के पास सेंटरम ज्योति मॉल स्थित डोमिनोज पिज्जा को 15 हजार में पड़ा। डोमिनोज से खाने का सामान खरीदने वाले व्यक्ति ने जिला कंज्यूमर फोरम को इसकी शिकायत कर दी। सुनवाई करते हुए फोरम ने डोमिनोज पिज्जा को आदेश दिए कि वह शिकायतकर्ता को मानसिक परेशानी के एवज में 10 हजार हर्जाना और केस खर्च के तौर पर पांच हजार चुकाए। इसके लिए आदेश की कॉपी मिलने के बाद महीने का वक्त दिया गया है अन्यथा डोमिनोज को यह राशि शिकायत देने की तिथि यानि 12 नवंबर 2018 से 12 फीसद ब्याज के साथ चुकानी पड़ेगी।

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हेमंत कुमार निवासी मकान नंबर 395, मोहल्ला जट्टपुरा ने फोरम को शिकायत दी थी कि 23 अक्टूबर 2018 को वह ज्योति चौक के पास स्थित सेंटरम ज्योति मॉल स्थित डोमिनोज पिज्जा में गए थे। जहां उन्होंने एक गार्लिक ब्रेड, दो वैज पार्सल व चीजी डिप का ऑर्डर दिया। जिसके बदले उन्हें 198 रुपये 24 पैसे का बिल दिया गया। जब उन्होंने डेबिट कार्ड के जरिए बिल दिया तो उनसे 200 रुपये लिए गए। उन्होंने डोमिनोज पिज्जा के अटेंडेंट से इसका विरोध जताया तो उन्होंने कहा कि वो कस्टमरों से अक्सर ओवरचार्जिंग करते हैं। जब वह इस मामले को लेकर मैनेजर के पास गए तो उन्होंने दु‌र्व्यवहार किया। हेमंत कुमार ने इसमें नोएडा स्थित डोमिनोज पिज्जा जुबिलेंट फूड व‌र्क्स लिमिटेड मास्टर फ्रैंचाइजी को भी पार्टी बनाया।

दो रुपये दे रहे थे, नहीं लिए : डोमिनोज

जिला कंज्यूमर फोरम ने नोटिस निकाला तो डोमिनोज ने जवाब में माना कि उनके यहां से शिकायतकर्ता ने खाने का सामान खरीदा था, लेकिन गलत तथ्यों के साथ शिकायत की गई है। उन्होंने ऑर्डर लेने व डिलीवरी देने के लिए अलग-अलग कर्मचारी रखे हैं। उस दिन भी शिकायतकर्ता ने पेमेंट डेबिट कार्ड से करने की बात कही। उस कर्मचारी के पास स्वाइप मशीन नहीं थी तो उसने दूसरे के पास भेज दिया। तब शिकायतकर्ता ने खुद उनके कर्मचारी को 200 रुपये काटने के लिए कहा, क्योंकि उन्हें शक था कि उनका कार्ड चल रहा है या नहीं। जिस वजह से शिकायतकर्ता के कहने पर ही दो सौ रुपये काटे गए। जब शिकायतकर्ता को बिल दिया गया तो उन्होंने बकाया एक रुपये 76 पैसे वापस लौटाने को कहा। कर्मचारी ने उन्हें दो रुपये देने चाहे तो वो बचे 1.76 रुपये ही मांगते रहे। ऐसा उन्होंने जानबूझकर किया।

बिल से ज्यादा पैसे लिए ही क्यों? : फोरम

फोरम के प्रेजिडेंट करनैल सिंह व मेंबर ज्योत्सना ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद टिप्पणी की कि डोमिनोज से खाने का सामान लिया गया और बदले में 200 रुपये लेने की बात भी स्वीकार की गई। सवाल यह उठता है कि जब बिल ही 198.24 रुपये का था तो फिर शिकायतकर्ता के बैंक अकाउंट से दो सौ रुपये लिए ही क्यों गए?। फोरम यह नहीं देख रहा कि कितने पैसे ज्यादा लिए गए लेकिन इसे लापरवाही, अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस व सेवा में कमी के नजरिए से देख रहे हैं। जो डोमिनोज के स्तर पर हुई है। इसलिए शिकायतकर्ता मानसिक परेशानी के बदले हर्जाना व केस खर्च पाने का पूरा हकदार है।


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