Move to Jagran APP

आदमपुर एयरपोर्ट के टैक्सी ट्रैक का काम निजी कंपनी को अलाट, सिविल टर्मिनल से रनवे तक होगा निर्माण

आदमपुर सिविल एयरपोर्ट के टैक्सी ट्रैक का निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा। सिविल एयरपोर्ट आदमपुर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिस कंपनी को काम अलाट किया गया है वह पहले भी सिविल टर्मिनल के एपरन के निर्माण से जुड़ी हुई है।

By Manupal SharmaEdited By: Vinay kumarPublished: Tue, 04 Oct 2022 07:39 AM (IST)Updated: Tue, 04 Oct 2022 07:39 AM (IST)
आदमपुर एयरपोर्ट के टैक्सी ट्रैक का काम निजी कंपनी को अलाट, सिविल टर्मिनल से रनवे तक होगा निर्माण
आदमपुर एयरपोर्ट के टैक्सी ट्रैक का निर्माण निजी कंपनी को अलाट कर दिया गया है।

जागरण संवाददाता, जालंधर : आखिरकार लंबे इंतजार के बाद आदमपुर सिविल एयरपोर्ट के टैक्सी ट्रैक का निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा। एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया एआइ की तरफ से टैक्सी ट्रैक का निर्माण करवाने के लिए निकाले गए टेंडर की प्रकरण निपट जाने के बाद निर्माण कार्य निजी कंपनी को अलाट कर दिया गया है। सिविल एयरपोर्ट टर्मिनल के एपरन (जहां विमान खड़े होते हैं) से वायु सेना स्टेशन के अंदर स्थित रनवे तक बनाए जाने वाले टैक्सी ट्रैक की लंबाई 300 मीटर से कुछ ज्यादा है।

loksabha election banner

टैक्सी ट्रैक का निर्माण सिविल टर्मिनल से वायु सेना स्टेशन के अंदर स्थित रनवे तक किया जाना है, जिसके लिए वायु सेना स्टेशन की बाउंड्री वाल के बीचो-बीच से टैक्सी ट्रैक निकाला जाएगा। हालांकि निर्माण शुरू होने से पहले वायुसेना से मंजूरी लेना जरूरी होगा। सिविल एयरपोर्ट आदमपुर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिस कंपनी को काम अलाट किया गया है वह पहले भी सिविल टर्मिनल के एपरन के निर्माण से जुड़ी हुई है। नए बनाए जाने वाले टैक्सी ट्रैक की चौड़ाई इतनी होगी, जिससे बोइंग अथवा एयरबस किस्म के विमानों का आवागमन हो सकेगा।

वर्ष 2018 में जब आदमपुर सिविल एयरपोर्ट पर फ्लाइट शुरू की गई थी, तब विमान वायुसेना स्टेशन के अंदर ही खड़ा हो रहा था और यात्री पैदल चलकर विमान में सवार होते थे। उक्त विमान मात्र 78 सीटों की क्षमता वाला था। आदमपुर सिविल एयरपोर्ट का नया टर्मिनल कुछ इस तरह से बनाया गया है कि एक ही समय में दो बड़े विमानों का संचालन संभव हो सके। सिविल टर्मिनल वायु सेना स्टेशन के बाहर बनाया गया है और अब विमान भी वायु सेना स्टेशन के बाहर आकर टर्मिनल के एपरन पर खड़े होंगे। एपरन की क्षमता भी एक ही समय में दो विमानों को वहन करने की बनाई गई है।

वायु सेना से मंजूरी मिलने का इंतजार, तीन महीने में निपटेगा काम

जानकारी के मुताबिक टैक्सी ट्रक का निर्माण शुरू करने के लिए वायु सेना की मंजूरी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। मंजूरी मिलने के लगभग तीन महीने के भीतर ही टैक्सी ट्रैक का निर्माण निपटा लिए जाने की संभावना है। वहीं, दूसरी तरफ सिविल एयरपोर्ट टर्मिनल का काम भी कंप्लीशन के बेहद नजदीक पहुंच चुका है। हालांकि नए सिविल एयरपोर्ट टर्मिनल के साथ टैक्सी ट्रैक उपलब्ध होने के बाद ही विमानों का संचालन संभव हो सकेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.