अपनी ही सरकार के नियम भूले कांग्रेसी वर्कर, धरने में नहीं किया शारीरिक दूरी का पालन
कोरोना का कहर जिले में लगातार बढ़ता जा रहा है और रोजाना 100 के करीब मरीज सामने आ रहे है। प्रशासन लोगों को लगातार कोरोना से बचाव के बारे में जानकारी दे रहा है।
जालंधर, सुक्रांत। राज्य सरकार ने मास्क लगाने और शारीरिक दूरी बनाए रखने जैसे नियम बनाए हैं और इन्हेंं लागू करवाने के लिए पुलिस को भी पूरे अधिकार दिए गए हैं। हालांकि कई बार गुस्से में इंसान को खुद के बनाए नियम भी नहीं नजर आते। कुछ ऐसा ही हुआ कांग्रेस के नेताओं के साथ। हाल ही में यूथ कांग्रेस नेता की लड़ाई के बाद पुलिस की कार्रवाई रोकने के लिए यूथ कांग्रेसियों ने धरना दिया और थानेदार का घेराव भी किया।
धरने में कांग्रेसियों ने अपने ही नियमों को पूरी तरह दरकिनार करते हुए कोई शारीरिक दूरी नहीं रखे और कइयों ने तो मास्क भी नहीं लगाए। पुलिस अफसर भी मौके पर पहुंचे, लेकिन सत्ताधारी पक्ष होने के कारण उन्हेंं समझाने के सिवा कुछ नहीं कर पाए। एक पुलिसवाले ने तो ये भी कह दिया, 'तुहाडी सरकार दे ही अदेश ने, तुसीं तां अपनी ही सरकार दे हुक्मां दी धज्जियां उड़ा दितियां।'
कैसी चेकिंग, ग्राहक तो हैं नहीं
कोरोना के प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए पुलिस शहर में सख्ती बढ़ा रही है। अब त्योहारों का सीजन शुरू गया है तो लोग खरीदारी करने के लिए घरों से निकलेंगे और बाजारों में भीड़ बढ़ेगी। इससे कोरोना का खतरा भी बढ़ेगा। ऐसे में पुलिस ने फ्लैग मार्च और चेकिंग अभियान शुरू कर दिए हैं। बीते दिनों थाना चार की पुलिस ने रैनक बाजार सहित अन्य बाजारों में चेकिंग अभियान चलाया।
थाना प्रभारी रछपाल सिंह और एएसआइ सुङ्क्षरदर सिंह इस दौरान लोगों को मास्क लगाने, शारीरिक दूरी बनाए रखने व अन्य सावधानियां बरतने के लिए कह रहे थे। इस दौरान ग्राहक न होने के कारण नाराज बैठे दुकानदार पुलिस के समझाने पर खुद को भड़ास निकालने से नहीं रोक पाए। एक दुकानदार ने तो यहां तक कह दिया कि थानेदार साब, काहदी चेकिंग। गाहक तां है नहीं मार्केट च। किसनूं मास्क लगाउण नूं कहिए ते किसनूं शारीरिक दूरी रखन नूं।
नेता भी 50 के बाद हों रिटायर
हर विभाग में काम करने वाले अधिकारियों को अपनी और अपने साथ काम करने वालों की चिंता होती है। कई अधिकारी तो रिटायरमेंट के बाद भी अपने विभाग में काम करने वालों की चिंता नहीं छोड़ पाते। ऐसे ही एक अधिकारी पुलिस विभाग में भी थे- एसीपी दलबीर सिंह बुट्टर। वे नौकरी के दौरान तो अपने साथ वालों की चिंता करते रहे। अब रिटायरमेंट के बाद भी उनकी चिंता नहीं छोड़ पा रहे।
यही कारण है कि वे सोशल मीडिया पर पुलिस विभाग पर सरकारी नीतियों के पक्ष और विरोध में लिखते रहते हैं। हाल ही में सरकार ने 50 साल से ज्यादा की उम्र के पुलिसवालों की रिटायरमेंट उनके काम के हिसाब से करने की बात कही तो उन्होंने पोस्ट डालकर नेताओं को आड़े हाथ लिया। उन्होंने उसमें देश के नेताओं को भी 50 की उम्र के बाद काम के हिसाब से ही रखने के लिए कह दिया।
लेडी पुलस होवे तां दबका मारे
लोगों को कोरोना से बचाव के लिए बनाए नियम समझाते-समझाते पुलिस परेशान हो चुकी है। शहर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को लगा रखा है, जो सारा दिन सड़कों पर लोगों को समझाते नजर आते हैं। हालांकि लोग भी जुर्माना भर दे रहे हैं, लेकिन उनकी बात समझने को तैयार ही नहीं हैं।
यही कारण है कि पुलिस कोरोना नियम न मानने पर एक करोड़ रुपये से भी ज्यादा जुर्माना वसूल चुकी है। बीते दिनों थाना तीन के प्रभारी रुपिंदर सिंह माई हीरां गेट के पास घूम रहे थे तो लोगों ने मास्क नहीं लगाए थे, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं। इसी दौरान एक जानकार से बात करते हुए उनका गुस्सा फूट पड़ा और बोले, 'बंदे तां बंदे, जनानियां वी मास्क नहीं लगाउंदियां, लेडी पुलस होवे तां दबका वी मारे। उद्दां तां एहनां ने समझना ही नहीं।'
अपनी ही सरकार के नियम भूले
राज्य सरकार ने मास्क लगाने और शारीरिक दूरी बनाए रखने जैसे नियम बनाए हैं और इन्हेंं लागू करवाने के लिए पुलिस को भी पूरे अधिकार दिए गए हैं। हालांकि कई बार गुस्से में इंसान को खुद के बनाए नियम भी नहीं नजर आते। कुछ ऐसा ही हुआ कांग्रेस के नेताओं के साथ। हाल ही में यूथ कांग्रेस नेता की लड़ाई के बाद पुलिस की कार्रवाई रोकने के लिए यूथ कांग्रेसियों ने धरना दिया और थानेदार का घेराव भी किया।
धरने में कांग्रेसियों ने अपने ही नियमों को पूरी तरह दरकिनार करते हुए कोई शारीरिक दूरी नहीं रखे और कइयों ने तो मास्क भी नहीं लगाए। पुलिस अफसर भी मौके पर पहुंचे, लेकिन सत्ताधारी पक्ष होने के कारण उन्हेंं समझाने के सिवा कुछ नहीं कर पाए। एक पुलिसवाले ने तो ये भी कह दिया, 'तुहाडी सरकार दे ही अदेश ने, तुसीं तां अपनी ही सरकार दे हुक्मां दी धज्जियां उड़ा दितियां।'