क्लाउड कंप्यूटिंग से बड़ा डाटा संभालना आसान : राजन
हंसराज महिला महाविद्यालय (एचएमवी) में बायो-इंफोरमेटिक्स विषय पर दो दिवसीय कान्फ्रेौंस शनिवार को संपन्न हुई।
जागरण संवाददाता, जालंधर : हंसराज महिला महाविद्यालय (एचएमवी) में बायो-इंफोरमेटिक्स विषय पर दो दिवसीय कान्फ्रेौंस शनिवार को संपन्न हुई। वक्ता हाजा कादरमद्दीन (टेक्नीकल यूनिवर्सिटी ऑफ डेनमार्क) ने जैव सूचना विज्ञान और उसकी प्रणालियों पर विचार रखे।
उन्होंने कहा कि मोटापे का संबंध अनुवंशिकता से है। 70 अवस्थाओं में यह अनुवांशिक होते हैं। यह शारीरिक प्रतिरोधिक क्षमता पर भी निर्भर करता है। बच्चे के जन्म के समय पर भार का प्रत्यक्ष सम्बन्ध उसकी प्रौढ़ अवस्था की बीमारियों से होता है। एमआइए, ¨सगापुर के सुंदर राजन ने बिग डाटा एप्लीकेशन पर विचार प्रकट किए। उन्होंने कहा कि डाटा को संभाल कर रखना मुश्किल होता जा रहा है। डाटा की भरमार ने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि डाटा को कैसे स्टोर करके रखें? डाटा को कैसे हैंडल करें? उन्होंने कहा कि हमारे पास पुरातन समय से लेकर अब तक का रोजाना नया डाटा सामने आ रहा है। बिग डाटा एनाटिकल के माध्यम से डाटा को हैंडल किया जा सकता है। वर्तमान समय में देश डाटा को संभालने के लिए क्लाउड कम्यू¨टग का प्रयोग कर रहे हैं। कंपनियां इसके माध्यम से डाटा को एकत्रित कर संभाल कर रख रही है।
डॉ. स¨रदर कौर (यूनि. ऑफ मलेशिया) ने डाटा साइंस इन हेल्थ केयर एवं स्तन कैंसर इकोसिस्टम विषय पर जानकारी दी। ¨प्रसिपल डॉ. अजय सरीन ने कहा कि ऐसी कान्फ्रेस से विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों को नई शोध के बारे में पता चलता है। कांफ्रेस से लिया गया ज्ञान विद्यार्थी अपनी शोध में अपना सकते हैं। इस अवसर पर विजय गहलौत, प्रकाश मिश्रा, राज कुमार गोथवाल एवं पूर्ण ¨सह सोलंकी, डॉ. अंजना भाटिया, डॉ. हरप्रीत ¨सह, डॉ. नीलम शर्मा, डॉ. सीमा मरवाहा, डॉ. एकता खोसला, आशा गुप्ता, दीपशिखा, सलोनी शर्मा, डॉ. नीतिका कपूर, डॉ. श्वेता चौहान, डा. ज¨तदर कुमार, पूर्णिमा, सुशील कुमार, रमनदीप, सिमी गर्ग, डॉ. साक्षी वर्मा, हरप्रीत कौर व अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।