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देश में तेल के खेल में कंपनियां हो रही मालामाल, उपभोक्ताओं को महज 64 पैसे प्रति लीटर की राहत

15 दिन में ही क्रूड ऑयल की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में पौने तीन सौ रुपये प्रति बैरल की गिरावट आई है लेकिन पेट्रोल की कीमतों में 64 पैसे प्रति लीटर की ही राहत मिल पाई है।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 10:30 AM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 10:30 AM (IST)
देश में तेल के खेल में कंपनियां हो रही मालामाल, उपभोक्ताओं को महज 64 पैसे प्रति लीटर की राहत
देश में तेल के खेल में कंपनियां हो रही मालामाल, उपभोक्ताओं को महज 64 पैसे प्रति लीटर की राहत

मनुपाल शर्मा, जालंधर। देश में तेल के खेल से उपभोक्ता परेशान हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतों में लगातार गिरावट जारी है, लेकिन इससे उपभोक्ताओं को राहत नहीं मिल रही है। बीते 15 दिन में ही क्रूड ऑयल की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में लगभग पौने तीन सौ रुपये प्रति बैरल की गिरावट दर्ज की जा चुकी है, लेकिन पेट्रोल की कीमतों में मात्र 64 पैसे प्रति लीटर की ही राहत मिल पाई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की मौजूदा कीमत 2926 रुपए प्रति बैरल है, जबकि 15 दिन पहले क्रूड ऑयल की कीमत 3200 रुपए प्रति बैरल थी।

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पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन पंजाब (पीपीडीएपी) का दावा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की मौजूदा कीमतों के मुताबिक देश में पेट्रोल की कीमत अधिकतम 70 रुपये व डीजल की कीमत 60 रुपये प्रति लीटर होनी चाहिए। पीपीडीएपी के अध्यक्ष परमजीत सिंह दोआबा ने कहा कि देश की तेल कंपनियां यह दावा करती हैं कि तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों के साथ जोड़कर ही तय की जाती हैं। क्रूड ऑयल की कीमतों में होने वाली गिरावट अथवा बढ़ोतरी के मुताबिक ही देश में तेल की कीमतें होती है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो क्रूड ऑयल की कीमतों के कम होने के बावजूद उपभोक्ताओं को राहत नहीं दी गई है।

पीपीडीएपी के प्रवक्ता मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि यह तो उपभोक्ताओं के साथ सरेआम धक्का हो रहा है। उन्होंने कहा कि बीते पांच महीनों से क्रूड ऑयल की कीमतें गिरावट की तरफ ही हैं। बावजूद इसके तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि तेल कंपनियों को तत्काल तेल की कीमतों में क्रूड ऑयल की कीमतों के मुताबिक कटौती करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तेल कंपनियों को अब डीलर मार्जन दो रुपए प्रति लीटर तक बढ़ाने में कोई आनाकानी नहीं करनी चाहिए।

पीपीडीएपी अध्यक्ष परमजीत सिंह दोआबा ने कहा कि तेल कंपनियां तेल के इस खेल में अरबों रुपये का मुनाफा कमा चुकी है। इस कारण बीते पांच महीनों से आर्थिक तंगी झेल रहे पेट्रोलियम व्यवसाय के लिए भी तत्काल आर्थिक पैकेज घोषित किया जाना चाहिए।

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