सिविल में आयुष्मान के मरीजों से बाहर से नहीं मंगवाएंगे दवा
सिविल अस्पताल में अब आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना का लाभ लेने वालों से बाहर से दवा नहीं मंगवाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सिविल अस्पताल में अब आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना का लाभ लेने वालों से बाहर से दवा नहीं मंगवाई जाएगी। अगर कोई ऐसा करता दिखा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सिविल अस्पताल प्रशासन दवाइयों का इंतजाम करने में जुट गया है।
उल्लेखनीय है कि दैनिक जागरण ने मंगलवार के अंक में 'आयुष्मान भारत के मरीजों की कट रही जेब' समाचार प्रकाशित करके सिविल अस्पताल में कैशलेस इलाज करवाने आने वाले मरीजों से बाहर से दवाइयां मंगवाने का मामला प्रमुखता से प्रकाशित किया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल प्रशासन ने बैठक करके डॉक्टरों व स्टाफ के सदस्यों को आयुष्मान भारत के मरीजों से इलाज में इस्तेमाल होने वाला कोई भी सामान बाहर से मंगवाने पर रोक लगाने की सख्त हिदायतें जारी की हैं।
सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. मनदीप कौर ने बताया कि सिविल अस्पताल मरीजों से दवा मंगवाने की बजाय स्टाफ का पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का स्टॉक रखेगा। मरीज से दवा व टेस्टों पर खर्च नहीं करवाया जाएगा। उन्होंने आदेशों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी। डेढ़ माह में 1.03 लाख ही बना पाए आयुष्मान भारत के कार्ड
जालंधर : आयुष्मान भारत सेहत बीमा योजना का लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए सेहत विभाग ई कार्ड मुहैया करवाने में पिछड़ रहा है। विभाग की ओर से एक अगस्त को ई कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। 50 दिन में जिले में केवल 1,03,791 ई कार्ड ही बन सके हैं। विभाग का जिले भर में 15 लाख के करीब ई कार्ड जारी करने का लक्ष्य है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. गुरिदर कौर चावला का कहना है कि विभाग आयुष्मान पखवाड़े का आयोजन करने जा रहा है। इसके तहत लोगों को जागरूक करने के अलावा कैंप लगाकर ई कार्ड बनाने की भी योजना है।