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जीवन की शाम में बुजुर्गों को मिलेगी नई ऊर्जा, यहां खुल रहा जालंधर का पहला सीनियर सिटीजन डे सेंटर

मामूली सालाना फीस के साथ यहां बुजुर्ग अच्छी सेहत के लिए ध्यान योग अन्य व्यायाम फिजियोथेरेपी आदि सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे।

By Edited By: Published: Wed, 03 Jul 2019 07:28 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2019 03:41 PM (IST)
जीवन की शाम में बुजुर्गों को मिलेगी नई ऊर्जा, यहां खुल रहा जालंधर का पहला सीनियर सिटीजन डे सेंटर
जीवन की शाम में बुजुर्गों को मिलेगी नई ऊर्जा, यहां खुल रहा जालंधर का पहला सीनियर सिटीजन डे सेंटर

जालंधर [ वंदना वालिया बाली]। जीवन की औसत आयु सीमा बढ़ने से देश में बुजुर्गों की की संख्या तेजी से बढ़ रही है और साथ ही बढ़ रहा है उनका अकेलापन। इसी कारण अनेक बुजुर्ग आज डिप्रेशन के शिकार हैं लेकिन अब जालंधर के बुजुर्ग को मिलेगा 'चुस्त रहो, व्यस्त रहो, स्वस्थ रहो' का मंत्र। यह संभव होगा मानव सहयोग सोसायटी की ओर से सात जुलाई से लाडोवाली रोड पर खोले जा रहे 'सीनियर सिटीजन डे सेंटर' से। यहा वे अपने हम उम्र लोगों के साथ सकारात्मक ढंग से समय बिता पाएंगे।

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मानव सहयोग सोसायटी की वाइस प्रजिडेंट डॉ. सुषमा चोपड़ा के अनुसार संयुक्त परिवारों के कम होने, नई पीढ़ी के घर से दूर काम या पढ़ाई के लिए जाने के कारण घर पर बुजुर्ग अकेले हो रहे हैं। वे इस कारण डिप्रेशन का शिकार न हों, उनके जीवन में कुछ खुशनुमा पल आएं, इसी सोच से हमने मूलराज सेवा संस्थान के सहयोग से यह डे सेंटर शुरू करने की सोची है। मामूली सालाना फीस के साथ यहां बुजुर्ग अच्छी सेहत के लिए ध्यान, योग, अन्य व्यायाम, फिजियोथेरेपी आदि सुविधाएं होंगी तो दूसरी ओर उनके मनोरंजन के लिए फिल्मों की स्क्रीनिंग, इनडोर गेम्स आदि का प्रबंध होगा।

पढ़ने के शौकीन लोगों के लिए पुस्तकालय भी होगा। समय-समय पर विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा लेक्चर व काउंसलिंग सेशन का प्रबंध भी होगा। सदस्यों के जन्मदिन, विवाह की वर्षगाठ आदि मनाने के अलावा लोकल आउटिंग का भी प्रबंध होगा। सुबह नौ से शाम छह बजे तक खुलने वाले इस सेंटर पर इन्हें लाने व घर ले जाने की सुविधा का भी प्रबंध किया जाएगा।

कई सामाजिक कार्यों से जुड़ी है मानव सहयोग सोसायटी

डॉ. एसके शर्मा की अध्यक्षता में 1973 से चल रही मानव सहयोग सोसायटी द्वारा शहर में चार डिसपेंसरी चलाई जा रही हैं। साक्षरता प्रोजेक्ट के तहत इस वक्त करीब 80 जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जा रही है। ऐसे ही अनेक बच्चों को शुरुआती शिक्षा के बाद विभिन्न स्कूलों में दाखिला दिलवाया गया है। सरकारी पोलिटेक्निक के साथ एफिलिएशन में एक वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर तथा शाहकोट में एक सीबीएसई स्कूल भी चलाया जा रहा है। जहा जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है और होनहारों को स्कॉलरशिप।


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