स्वच्छता सर्वे : केंद्र सरकार की टीम सीधे लोगों को फोन कर पूछ रही, शहर को 10 में से कितने नंबर दें
स्वच्छता सर्वे 2020 के लिए निगम की हेल्थ ब्रांच को केंद्र की टीम का इंतजार है। सर्वे टीमें कब आएंगी यह जानकारी अभी निगम को नहीं है।
जालंधर, जेएनएन। केंद्र सरकार के स्वच्छता सर्वे 2020 के लिए डायरेक्ट आब्जर्वेशन शुरू हो गई है। इसके तहत शहर के लोगों को सर्वे टीम के फोन आने शुरू हो गए हैं। लोगों से शहर में सफाई व्यवस्था, सड़कों, पानी, पार्कों, स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था पर सवाल पूछे जा रहे हैं। टीम जिसे भी फोन कर रही है, उससे उससे 10 सवाल पूछे जाते हैं। अब तक सिर्फ शहर की सफाई व्यवस्था बारे ही पूछा जाता रहा है लेकिन इस बार दूसरे विकास कार्याें पर भी सवाल किए जा रहे हैं।
पहला सवाल यह होता है कि उन्हें स्वच्छता सर्वे 2020 की जानकारी है या नहीं। इसके बाद दूसरे सवाल पूछे जाते हैं। सबसे आखिर में पूछा जाता है कि आप अपने शहर को 10 में से कितने नंबर देते हैं। ज्यादा फोन उन लोगों को आए हैं जिन्होंने स्वच्छता सर्वे का एप डाउनलाउड किया था और उस पर अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करके निगम को सफाई व अन्य शिकायत भेजी थी।
स्वच्छता सर्वे 2020 के लिए निगम की हेल्थ ब्रांच को केंद्र की टीमों का इंतजार है। शहर में सर्वे टीमें कब आएंगी इसके लिए नगर निगम को अभी तक कोई जानकारी नहीं भेजी गई है लेकिन यह तय है कि टीमें एक्टिव हो चुकी हैं। यह भी स्पष्ट नहीं है कि टीमें निगम को सूचित करके आएंगी या बिना सूचना के ही सर्वे कर लिया जाएगा।
तिमाही रिपोर्ट के आधार पर दिए जाते हैं नंबर
स्वच्छता सर्वे 2020 के तहत हर शहर को तिमाही रिपोर्ट के आधार पर नंबर दिए जा रहे हैं। दूसरी तिमाही में शहर की रैंकिंग बढ़ कर 98 पर पहुंच गई है। साल 2019 के सर्वे में जालंधर की रैंकिंग 166 थी। शहर में सफाई व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है लेकिन वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम डवलप न होने के कारण रैंकिंग टॉप के शहरों में नहीं आ रही।
26 लोकेशन पर पिट्स से 175 टन कूड़ा खाद में बदलेगा, अब तक सिर्फ एक जगह काम पूरा
नगर निगम ने वेस्ट मैनेजमेंट के लिए अपना पूरा फोकस पिट्स प्रोजेक्ट कर लिया है। अब तक करीब 26 लोकेशन तय की गई हैं। इनमें से सिर्फ एक लोकेशन पर ही काम पूरा हुआ है। केएमवी रोड पर विकासपुरी की एंट्री पर डंप साइट को डवलप किया गया है। नंगल शामां में 70 प्रतिशत काम हुआ था लेकिन आसपास के निवासियों के कोर्ट जाने से काम रुका हुआ है। प्रताप बाग में 90 प्रतिशत काम हो चुका है। बडिंग में 40 और दकोहा में 25 प्रतिशत काम हुआ है। बाकी लोकेशन पर पिट्स का निर्माण अभी शुरू होना है। 26 लोकेशन पर पिट्स निर्माण और डंप साइट्स को बेहतर बनाने के लिए निगम स्वच्छ भारत मिशन के फंड से 10.53 करोड़ रुपए खर्च करेगा।
नगर निगम के हेल्थ अफसर डॉ. श्री कृष्ण ने कहा कि पिट्स के लिए जो जगह फाइनल की है उनमें करीब 175 टन कूड़ा खाद में बदला जा सकेगा। इन सभी साइट्स पर रिसाइकिल किए जाने वाले वेस्ट को भी अलग रखने का प्रबंध है। कुछ लोकेशन पर छोटे प्लांट भी लगाए जाने हैं। शहर में गीला कूड़ा करीब 350 टन निकलता है। इसके लिए और जगहों पर भी पिट्स बनाए जाएंगे।
कूडे को खाद में बदलने के लिए पिट्स की लोकेशन
केएमवी कॉलेज के पास विकासपरीु, नंगल शामां, प्रताप बाग, दकोहा, बडिंग, धनोवाली, महावीर मार्ग पर टीवी सेंटर के सामने डस्टबिन निर्माण, मकसूदां फ्लाईओवर के नीचे, फोलड़ीवाल ट्रीटमेंट प्लांट, वेस्ट हलके में निगम के डिस्पोजल पर, सलेमपुर मुसलमाना, सलेमपुर मुसलमाना श्मशानघाट, इंडस्ट्री एरिया में लीडर फैक्टरी के पास, बस स्टैंड-रेलवे क्रॉङ्क्षसग के पास, अर्बन एस्टेट फेज 2 में डिस्पोजल, बस्ती पीरदाद ट्रीटमेंट प्लांट, मिट्ठापुर कॉलोनी, दोमोरिया पुल, खुरला किंगरा, 120 फुट रोड पर बाबू जगजीवन राम के पास, किंग होटल की बैकसादड गढ़ा रोड, वार्ड नंबर 60 वार्ड नंबर पांच इंडस्ट्रियल एस्टेट, वार्ड नंबर चार सरकारी प्राइमरी स्कूल रेरू, वार्ड नंबर 6 में हरदयाल नगर के पास, नगर निगम ऑफिस के पास पार्किंग कांप्लेक्स के साथ।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें