आरटीए के नए नियमों से कार डीलरों में रोष, नियम वापस लेने के दबाव बनाया
पंजाब मीडियम इंडस्ट्री बोर्ड के डायरेक्टर मलविदर सिंह लक्की के नेतृत्व में शुक्रवार को पुरानी कारों के डीलरों ने आरटीए बरजिदर सिंह से मुलाकात की।
जागरण संवाददाता, जालंधर : रिजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी आफिस में दूसरे राज्यों से आई गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन के काम में खड़ी की गई रुकावटों के विरोध में बीएमसी चौक के कार डीलरों ने आरटीए बरजिदर सिंह से नाराजगी जताई है।
पंजाब मीडियम इंडस्ट्री बोर्ड के डायरेक्टर मलविदर सिंह लक्की के नेतृत्व में शुक्रवार को पुरानी कारों के डीलरों ने आरटीए बरजिदर सिंह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से लाई गई कारों की रजिस्ट्रेशन के समय सुविधा सेंटर में एफिडेविट बनवाने का नियम लोकल स्तर पर लागू किया गया है। डायरेक्टर लक्की ने कहा कि यह जरूरी कर दिया गया है कि कार का पुराना मालिक भी एफिडेविट बनाने के समय मौजूद रहे। यह संभव नहीं है, क्योंकि कार अगर दो महीने बाद बिकती है तो दूसरे राज्य से कार मालिक को नहीं बुलाया जा सकता। लक्की ने कहा कि दिल्ली समेत जब दूसरे राज्यों से कारें खरीद कर लाते हैं तो वहां से एनओसी लेकर आते हैं। ट्रांसपोर्ट दफ्तर से इसके लिए एनओसी मिलती है। यह एनओसी आनलाइन चेक की जा सकती है, इसलिए चोरी की गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन का खतरा बता कर ऐसे गैर जरूरी नियम लागू करना गलत हैं। ऐसे नियम सिर्फ जालंधर में ही लागू हैं, जबकि दूसरे शहरों में ऐसा नहीं हो रहा है। मलविदर सिंह लक्की ने कहा कि इस संबंध में वह सीएम में भी बात करेंगे। कारोबारियों को पहले कोरोना वायरस के कारण नुकसान झेलना पड़ा है, इसलिए ऐसे नियमों को तुरंत खत्म करना चाहिए।