सीए का परिणाम घोषित, छात्रों के सपनों को लगे पंख
जालंधर : सीए का सीपीटी और फाइनल का परिणाम शुक्रवार को घोषित हो गया। देशभर में 9104 ब'चे सीए बने हैं। परीक्षा पास कर इन स्टूडेंट्स के सपनों को आखिर शुक्रवार को पंख लग गए। पास होने पर उनके और माता-पिता के ब'चों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सीए का सीपीटी और फाइनल का परिणाम शुक्रवार को घोषित हो गया। देशभर में 9104 बच्चे सीए बने हैं। परीक्षा पास कर इन स्टूडेंट्स के सपनों को आखिर शुक्रवार को पंख लग गए। पास होने पर उनके और माता-पिता के बच्चों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा है।
लगभग 80 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने फाइनल पेपर दिए। अभी तक जो नाम सामने आएं हैं उनमें जालंधर के करीब 17 छात्रों ने सीए की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। हालांकि अभी फाइनल गजट परिणाम आना शेष है।
सीए की परीक्षा पास करने वालों में आतिश धीर, हिमांग हरजई, समृद्ध सेठी, गगन कालड़ा, आयुष्मन धीर, इंद्रजीत कौर, अंकिता महाजन, कर्मजोत अरोड़ा, लतिका सहली, सावन सेठी, दिवप्रीत कौर, कृतिका कटियाल, योगिता गौड़, तुषार चोपड़ा, आशीष अग्रवाल, जसपाल सिंह और साजन आर्य शामिल हैं।
जालंधर सीए ब्रांच के सेक्रेटरी शशि भूषण ने बताया कि सीए की परीक्षा इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर साल में दो बार ली जाती है। सीए कोर्स 12वीं या ग्रेजुएश्न के बाद शुरू किया जा सकता है। इसमे फाउंडेशन, इंटर और फाइनल के पेपर होते हैं। इनमें पास होने के लिए 50 फीसद मार्क्स की जरूरत होती है। इसके साथ सीए ऑफिस में 3 साल की ट्रे¨नग, कंप्यूटर ट्रे¨नग, कम्युनिकेशन ट्रे¨नग भी करनी होती है, इसके बाद ही सीए को एक प्रेक्टिकल कोर्स माना जाता है। आज के समय में जीएसटी के कारण अकाउंट्स, टैक्स का काम काफी बढ़ गया है, जिस कारण सीए के फील्ड में उज्ज्वल भविष्य है। सीए करने के बाद प्रैक्टिस या जॉब में बढि़या करियर बनाया जा सकता है। कैंपस प्लेसमेंट भी हर प्रदेश में सीए इंस्टीट्यूट द्वारा कारवाई जाती है और विदेशों में भी करियर की अच्छी संभावना है। जालंधर ब्रांच के चेयरमैन सीए राघव अरोड़ा ने स्टूडेंट्स को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही नए बने सीए के लिए स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
-------- फोटो 235-- 800 में 460 अंक
सीए की परीक्षा पास करने वाली लतिका सहली का कहना है कि बचपन से ही सोच रखा था कि सीए में करियर बनाना है। खूब मेहनत की और उसी का परिणाम सामने है। पिता गुलशन सहली और माता उमा सहली ने हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और उसका हौसला बढ़ाया। मुझे सीए बनाने में मेरे दादा राम लुभाया और मां उमा सेठी सबसे ज्यादा योगदान है। अब एक अच्छी नौकरी करने की योजना है। लतिका ने 800 में से 460 अंक प्राप्त किए हैं।
-------------
फोटो 234- 800 में 446 अंक
अपनी फर्म रन करूंगा या बढि़या जॉब में आऊंगा : हिमांग
सीए पास करने वाले हिमांग हरजई का कहना है कि सीए की फील्ड में करियर बनाने की इच्छा शुरू से ही थी। अब या तो वह अपनी फर्म रन करूंगा या फिर बढि़या जॉब में आऊंगा। बिजनेसमैन पिता राकेश हरजई और हाउस वाइफ माता विन्नी हरजई के बेटे हिमांग का कहना है कि यह सब मेरे पेरेंट्स के सहयोग से ही हो सका है। बड़े भाई मुकुल हरजई गुड़गांव में बड़ी फर्म में जॉब करते हैं। सभी हमेशा प्रोत्साहित कर रहे हैं। हिमांग ने 800 में से 446 अंक लेकर परीक्षा पास की।
--------------
फोटो 230-- 800 में से 430 अंक
बतौर इन्वेसमेंट बैंकर्स करियर बनाना चाहता हूं : आयुष्मन
सीए की परीक्षा में शहर के आयुष्मन धीर ने 800 में से 430 अंक हासिल किए हैं। बताया कि वह इन्वेसमेंट बैंकर्स के फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं। धीर का कहना है कि वे अब चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट कोर्स में दाखिला लेंगे। पिता पुनीत धीर और माता का अपना बिजनेस है। आयुष्मन का कहना है कि उनको उनकी माता का ज्यादा सहयोग रहा। उनकी वजह से ही सीए बनने का सपना पूरा हुआ है। मेहनत की और उसका फल मिला है।
------------ फोटो 233-- 800 में 404 अक
मैं नहीं मेरे माता-पिता सीए बने हैं : आतिश
शहर के बिजनेस मैन राजेश धीर के बेटे आतिश धीर ने सीए की परीक्षा पास कर अपना सीए बनने का सपना पूरा किया है। आतिश का कहना है कि शुरू से ही मेरी रुचि सीए बनने की थी और मैंने इसे पूरा किया। आतिश का कहना है कि अगर आज मैंने यह मुकाम पाया है तो यह मेरे पापा-मम्मी की वजह से ही है। उन्होंने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया और हर कदम पर गाइड किया। मैं नहीं मेरे माता-पिता सीए बने हैं। आतिश ने 800 अकों में से 404 अंक लेकर परीक्षा पास की। ---------
फोटो 231
कर्मजोत का देश में ही बढि़या जॉब करने का प्लान
सीए की परीक्षा पास करने वाली शहर की कर्मजोत अरोड़ा का कहना है कि वह अपने माता-पिता की इकलौती बेटी है। उनकी वजह से ही सीए बनने का सपना पूरा हुआ है। अब देश में किसी बड़ी कंपनी में जॉब करने का प्लान है। पिता गुर¨वदर ¨सह एक कंपनी में मार्के¨टग की जॉब करते हैं और मां जसवंत कौर टीचर हैं। कर्मजोत का कहना है कि सीए के फील्ड में अच्छा करियर बन सकता है, इसलिए इस विषय को चुना।