गिरफ्तारी के वक्त इंग्लैंड-वेस्टइंडीज मैच में सट्टा लगा रहा था बुकी नोनी, पुलिस ने बरामद किए 1.23 करोड़ रुपए
आरोपित से बरामद की गई राशि आयकर विभाग को सौंप दी गई है ताकि वह पता लगा सके कि यह कहां से आई।
जालंधर, जेएनएन। क्रिकेट सट्टेबाजी के ऑनलाइन रैकेट का पर्दाफाश करते हुए जालंधर पुलिस ने बीएसएफ कॉलोनी में रहने वाले सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा होल्डर सौरव वर्मा उर्फ गगन उर्फ नोनी के घर से करीब 1.23 करोड़ रुपये की बरामदगी दिखाई है। शनिवार को एडीसी हरप्रीत सिंह बेनीपाल और सीआईए प्रभारी हरमिंदर सिंह ने बीएसएफ कॉलोनी में छापेमारी कर क्रिकेट मेट्रो पर चल रहे ऑनलाइन सट्टे का पर्दाफाश किया था। पुलिस जब आरोपित को गिरफ्तार करने पहुंची तो वह इंग्लैंड-वेस्टइंडीज टेस्ट मैच में सट्टा लगा रहा था।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आरोपित से बरामद की गई राशि आयकर विभाग को सौंप दी गई है, ताकि वह पता लगा सके कि यह कहां से आई। सौरव के पास दो मोबाइल और एक लैपटॉप बरामद भी मिले हैं। इनके जरिए वह ऑनलाइन क्रिकेट पर सट्टा सट्टा लगवाता था और घर से ही पैसों का लेन-देन करता था। पेशे से आर्किटेक्ट सौरव से मिले लैपटॉप और मोबाइल साइबर सेल को सौंप दिए हैं, ताकि सट्टेबाजी से जुड़े और लोगों के बारे में पता लगाया जा सके।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि 25 जुलाई को सीआईए स्टाफ-1 के प्रभारी हरमिंदर सिंह को सूचना मिली थी कि वर्कशॉप चौक के पास एक घर में सट्टेबाजी का रैकेट चल रहा है और करोड़ों की नगदी भी मौके पर है। सूचना के बाद एडीसीपी हरप्रीत सिंह बेनीपाल और सीआईए प्रभारी हरमिंदर सिंह की टीम ने घर पर छापा मारा और आरोपित को तब गिरफ्तार किया जब वह इंग्लैंड-वेस्टइंडीज टेस्ट मैच में सट्टा लगा रहा था। पुलिस ने लैपटॉप और मोबाइल भी जब्त कर लिया। मौके से मिले 1.23 करोड़ रुपये के साथ सौरव को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ऑनलाइन सट्टेबाजी का खेल अकाउंट के नाम से ऑनलाइन अकाउंट बनाकर खिला रहा था।
लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए सौरव प्लानर्स नाम से चला रहा था दफ्तर
सौरव ने सट्टेबाजी का धंधा छिपाने और लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए के लिए कॉलोनी में एक दफ्तर सौरव प्लानर्स नाम से खोला था। पिछले कुछ वर्षों से वह सट्टेबाजी में शामिल था लेकिन दफ्तर में लोगों के इवेंट प्लांट करने का काम करवाता था।
सट्टेबाजी के धंधे में कई और नाम होंगे उजागर
करोड़ों की नगदी के साथ सट्टेबाजी के इस धंधे में पकड़े गए सौरव के साथ कई और नाम उजागर होंगे। जांच में सामने आया है कि सौरव अकेला यह काम नहीं कर रहा था बल्कि उसके साथ और भी कई लोग जुड़े हुए थे। मोबाइल और लैपटॉप के जरिए पुलिस उन लोगों तक पहुंचेगी और उनको भी गिरफ्तार करेगी।