सात फुट धंसा लावां मोहल्ले का फर्श, घरों में दरारें आने से लोगों में दहशत
शहर के भैरों बाजार में बसा पहाड़ीनुमा लावां मोहल्ले में 400 के करीब रह रहे परिवार खौफ के साए में हैं। यहां नामालूम कारणों से जमीन धंस गई है और मकानों में दरारें पड़ गई हैं।
जालंधर [शाम सहगल]। शहर के भैरों बाजार में बसा पहाड़ीनुमा लावां मोहल्ले में 400 के करीब रह रहे परिवार खौफ के साए में हैं। उनके डर का कारण घरों की दीवारों व फर्श में दरारें आना है। यह क्रम पिछले कुछ समय से चल रहा था लेकिन 28 जनवरी को लावां मोहल्ला के चौक में अचानक से फर्श धंसने से लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया है। खास बात ये है कि मोहल्ले के घरों की नींव 4 से 5 फुट ही है। जबकि यह फर्श करीब 6-7 फुट तक भीतर धंस चुका है। धंसे फर्श में कुएं के आकार में दीवारें नजर आ रही हैं। विडंबना ये है कि पहले मुगलां ढिक्की मोहल्ला व अब लावां मोहल्ला में फर्श धंसने व घरों में आ रही दरारों को निगम ने गंभीरता से नहीं लिया है।
नगर निगम की कार्यशैली का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहर को भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील घोषित किया गया है। बावजूद इसके ऐसी घटनाओं में महज औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। भले ही भैरों बाजार से लावां मोहल्ला को प्रवेश करते हुए इसकी ऊंचाई का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। जबकि हकीकत ये है कि यह मोहल्ला शहर के समतल से 15 फुट ऊंचा बसा हुआ है।
'दैनिक जागरण' की टीम जब लावां मोहल्ला पहुंची तो देखा कई घरों में नीचे की ओर सीढि़यां बनी हुई हैं, जो इसके पिछे स्थित इलाके मिट्ठा बाजार को जाती हैं। इस तरह से यह मोहल्ला बाजार से करीब 15 फुट ऊंचा है।
डेढ़ वर्ष पूर्व बनी थी सड़क, औपचारिकता करने पहुंचा निगम
इलाके के लोग बताते हैं कि जिस जगह से फर्श धंसा है, उसका निर्माण करीब डेढ़ वर्ष पूर्व किया गया था। वहीं, घटना के बाद बुधवार को नगर निगम ने औपचारिकता पूरी करने के लिए इलाके में मिट्टी भिजवा दी। जिसे लोगों ने वहां पर डालने से मना कर दिया। लोगों की मांग थी कि जांच के बाद पूरे फर्श को उखाड़कर नए सिरे से इसकी भराई की जाए।
देखते ही देखते अंदर को धंसा फर्श
रेखा शर्मा बताती हैं कि 28 जनवरी को वह जब घर के बाहर सफाई कर रही थीं तो देखते ही देखते यह फर्श कई फुट अंदर धंस गया। इससे भयभीत होकर उन्होंने मोहल्ले के लोगों को तुरंत इसकी जानकारी दी। रमेश कुमार बताते हैं कि फर्श धंसने की घटना के बाद से उनके घर के फर्श में दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं। ये दरारें बढ़ती जा रही हैं। जिससे पूरे परिवार में खौफ है। उन्होंने मांग की कि इस समस्या का कोई स्थायी हल निकाला जाए।
सर्वे करवाए निगम
क्षेत्र के आशीष शर्मा बताते हैं कि इस समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम को इलाके में सर्वे करवाना चाहिए। इसके मूल कारणों को जानने के बाद ही इसका समाधान किया जाए।
नुकसान की कौन करेगा भरपाईः लावां मोहल्ले की रहने वाली सीमा शर्मा बताती हैं कि घरों की दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं। जिन्हें भरवाने में भारी खर्च भी होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रशासन को गंभीरता दिखाते हुए नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।
जांच जारी है जल्द आएगी रिपोर्टः निगम
इस बारे में नगर निगम में बीएंडआर के एक्सईएन अश्विनी चौधरी ने बताया कि लावां मोहल्ला मामले की जांच जारी है। तीन-चार दिन में रिपोर्ट आ जाएगी। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
आज शुरू होगा काम : पार्षद बाहरी
इस बारे में पार्षद रजनी बाहरी बताती हैं कि मामला उनके ध्यान में है। उन्होंने निगम की टीम के साथ मौके का जायजा लिया था। इसकी जांच का काम 31 जनवरी को किया जाएगा।
मुगलां ढिक्की के निवासियों को दिलवाया था मुआवजा
मुगलां ढिक्की में कई घरों में आई दरारों के चलते वहां के निवासियों को मुआवजा दिलवाया गया था। इस बारे में पूर्व विधायक केडी भंडारी बताते हैं कि वर्ष 2008-09 में ढिक्की मोहल्ला के लोगों को नुकसान हुआ था। जिसके चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ बात करके ढिक्की मोहल्ला के 15 परिवारों को 45-45 हजार रुपये दिलवाए गए थे। जिससे लोगों ने घरों की रिपेयर करवाई थी।