CAA अाैर NRC के विराेध में किशनगढ़ चौक जाम, वाहनाें की लगी लंबी कतारें Jalandhar News
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा नागरिकता संशाेधन कानून (सीएए) अाैर एनआरसी के विराेध में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने किशनगढ़ चौक में धरना दिया।
किशनगढ़, जालंधर, जेएनएन। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा नागरिकता संशाेधन कानून (सीएए) अाैर एनआरसी के विराेध में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने किशनगढ़ चौक में धरना दिया। धरने में किशनगढ़, अलावलपुर और कई गांव के नौजवानों ने भाग लिया। इसके कारण जालंधर से पठानकोट, पठानकोट से जालंधर किशनगढ़ से आदमपुर और किशनगढ़ से करतारपुर जाने वाली सड़कों में गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गई। जाम के कारण लाेगाें काे परेशानियाें का सामना करना पड़ा। खासकर स्कूली बच्चे अाैर कामपर जाने वाले मुलाजिमाें काे परेशानी हुई।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि माेदी सरकार सीएए काे वापस ले अन्यथा जाेरदार प्रदर्शन किया जाएगा। उन्हाेंने अाराेप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार देश में विभाजनकारी फैसले ले रही है, जिसका हर स्तर पर विराेध किया जाएगा। इस दाैरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। भीम आर्मी का धरना प्रदर्शन शाम 5:00 बजे तक जारी रहेगा।
एनअारसी अाैर एनपीआर का विरोध
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि देश में एनअारसी अाैर एनपीआर काे लागू करने से सदभाव काे खतरा पैदा हाे सकता है। फिलहाल असम में एनअारसी लागू किया गया है। देश के गृह मंत्री इसे अन्य राज्याें में भी लागू करना चाहते हैं, जिसका पुरजाेर तरीके से विराेध किया जाएगा।
किशनपुरा चौक में धरने के कारण दोआबा चौक पर जाम लग गया। इस कारण सारा ट्रैफिक दोमोरिया पुली की तरफ डायवर्ट करना पड़ा है।
क्या है NRC
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 20 नवंबर को सदन को बताया था कि उनकी सरकार दो अलग-अलग नागरिकता संबंधित पहलुओं को लागू करने जा रही है, एक सीएए ( CAA ) और दूसरा पूरे देश में नागरिकों की गिनती जिसे राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर या एनआरसी ( NRC ) के नाम से जाना जाता है।
CAA और NRC में अंतर
इन दोनों में सबसे बड़ा अंतर यह है कि एनआरसी धर्म के आधार पर नहीं हुई थी। वहीं नागरिकता संशोधन कानून (CAA) में गैर मुस्लिम (छह प्रमुख धर्म) के लोगों को जगह दी गई है।
भगवान वाल्मीकि चौक पहुंचे नेशनल वाल्मीकि सभा के सदस्य
जालंधर के भगवान वाल्मीकि चौक पर धरना देते हुए नेशनल भगवान वाल्मीकि सभा के सदस्य।
जालंधर। रविवार को भारत बंद के आह्वान के तहत श्री भगवान वाल्मीकि चौक में नेशनल भगवान वाल्मीकि सभा के सदस्य पहुंचे और प्रदर्शन किया। सोनू हंस व लाडी गिल ने कहा कि सरकार की धक्केशाही कतई स्वीकार नहीं की जाएगी। हालांकि कुछ देर रोष व्यक्त करने के बाद पुलिस ने उन्हें मौके से भेज दिया। भगवान वाल्मीकि चौक पर कुछ समय के लिए स्थिति तनावपूर्ण होते देख वहां अतिरिक्त पुलिस बल भी बुलाया गया। इस कारण लोगों में दहशत का माहौल बना रहा। हालांकि, संस्था के सदस्यों के जाते ही क्षेत्र की दुकानें खोल दी गईं।
जालंधर के रमामंडी चौक पर सीएए-एनआरसी के विरोध में धरना देते हुए मुस्लिम समुदाय के सदस्य।