नहीं मिले सेवादार तो खुद संभाली सेवा की कमान
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में मजदूरों की भी भारी किल्लत हो गई थी।
शाम सहगल, जालंधर : कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में मजदूरों की भी भारी किल्लत हो गई थी। संक्रमण के डर व सरकारी निर्देशों के चलते कोई भी घर से बाहर निकलने के लिए तैयार न था। ऐसे में मकसूदां सब्जी मंडी के वरिष्ठ आढ़ती तथा तथा श्री अमरनाथ 'बी' ट्रस्ट के प्रधान भारत भूषण अग्रवाल ने खुद ही जरूरतमंदों की सेवा की कमान संभाल ली। उन्होंने गरीबों को राशन मुहैया करवाने से लकर मास्क व सैनिटाइजर देने तक की सेवाएं दी। चरणजीतपुरा के रहने वाले भारत भूषण अग्रवाल ने दो माह लगातार जरूरतमंद लोगों तक पहुंच करने की जिम्मेदारी भी खुद संभाली।
कोरोना वारियर्स के लिए भी दी सेवाएं
भारत भूषण बताते है कि कोरोना संकट में सड़कों पर रहकर सेवाएं देने वाले पुलिस कर्मचारियों व अस्पतालों में तैनात स्टाफ को शुरु से ही सैनिटाइजर व मास्क वितरित किए जाते रहे। उन दिनों में ढाबे व होटल भी बंद पड़े थे। ऐसे में पुलिस नाकों पर खाने के पैकेट भी दिए घए।
परिवार ने बढ़ाया हौंसला
भारत भूषण अग्रवाल बताते है कि उन दिनों में कोरोना वायरस का खौफ हर किसी में था, लेकिन उनके परिवार ने भी उनका हौसला बढ़ाया। परिवार के सदस्य लोगों की सेवा करके घर लौटने पर उनका स्वागत पूरे उत्साह के साथ करते रहे। यहीं से सेवा करने के लिए उत्साह मिलता रहा।
ऐसे की खुद की रक्षा
कोरोना वायरस महामारी के चलते घर से बाहर निकलने के दौरान खुद की सुरक्षा के लिए भी इंतजाम किए जाते रहे। कई बार स्लम इलाकों में जाना पड़ता था। इस दौरान दस्ताने, मास्क आदि पहनकर सेवा जारी रखा। रोजाना काढ़ा व हल्दी वाला दूध पीते रहे। मौसमी फल व सात्विक भोजन से इस संक्रमण से खुद की रक्षा की।