Bharat Bandh : अमृतसर और लुधियाना में प्रदर्शनकारियों ने रोकी ट्रेनें, जानिए किस शहर की क्या है स्थिति
जालंधर और गुरदासपुर में बंद का मिलाजुला असर देखने के मिल रहा है। शहर के मुख्य बाजारों में दुकाने खुली हैं। लेकिन बाहरी क्षेत्रों सहित कुछ कस्बों में पूर्ण बंद देखने को मिल रहा है।
जालंधर, जेएनएन। अगर आपको कोई जरूरी काम है और शहर से बाहर जाना है तो सोच समझ कर ही निकलें। बुधवार को पंजाब समेत पूरे देश में ट्रेड यूनियनों, मजदूरों, किसानों एवं मुलाजिमों की संयुक्त देशव्यापी हड़ताल के कारण आपको जाम में फंसना पड़ सकता है। विभिन्न संगठनों ने हाईवे और रेल रोकने की घोषणा कर रखी है। अमृतसर और लुधियाना जैसे बड़े शहरों में प्रदर्शनकारियों द्वारा ट्रेनों को रोककर प्रदर्शन किया जा रहा है।
पनबस के मुलाजिमों की बसें न चलाने की घोषणा
जालंधर में पनबस के मुलाजिमों ने भी हड़ताल को समर्थन देते हुए बसें नहीं चलाने की घोषणा कर दी है। इसके लिए मुलाजिमों ने बाकायदा रोडवेज के जीएम को लिखित में जानकारी दे दी है। मुलाजिमों ने चेतावनी भी दी है कि अगर रोडवेज ने बसों का संचालन किया तो इसके कारण होने वाले नुकसान की जिम्मेदारी भी विभाग की होगी। इसकी पुष्टि यूनियन के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह, महासचिव चानन सिंह एवं चेयरमैन विक्रमजीत सिंह ने की है। हड़ताल का समर्थन करते हुए भगत सिंह ऑटो यूनियन ने भी हड़ताल पर रहने की घोषणा की है।
किस शहर की क्या है स्थिति
जालंधर के फोकल प्वाइंट एरिया की मुख्य सड़क प्रदर्शनकारियों द्वारा बंद किए जाने से लोगों को ऑफिस व अन्य स्थानों पर जाने के लिए खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन का सिटी रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन
जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन सहित सभी यूनियनों के कर्मचारी काले झंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी हर एक प्लेटफार्म पर जाकर यात्रियों को भी केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए समर्थन की मांग करते दिखे।
जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन के बाहर प्रदर्शन करते हुए नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन सहित सभी यूनियनों के कर्मचारी।
अमृतसर और लुधियाना में रोकी ट्रेनें
- अमृतसर रेलवे स्टेशन पर ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं ने धरना देकर रेल आवाजाही ठप कर दी है। वहीं लुधियाना में भी प्रदर्शनकारियों ने ग्यासपुरा रेलवे फाटक के पास रेल ट्रैक जाम कर दिल्ली से कटरा जाने वाली मालवा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी को भी रोक दिया।
जालंधरः किसानों की ओर से आहूत भारत बंद के मद्देनजर यहां स्थित प्रशासनिक कांप्लेक्स में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
- अमृतसर में भी ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर शहर की विभिन्न ट्रेड यूनियनों, बैंकों और रोडवेज के कर्मचारियों में रोष प्रदर्शन में हिस्सा लिया। गुरु नानक देव अस्पताल और आयकर विभाग के कर्मचारियों ने भी इन प्रदर्शनों को समर्थन दिया है।
अमृतसर में रोष प्रदर्शन में हिस्सा लेते विभिन्न संगठनों के सदस्य।
- तरनतारन में हड़ताल का अच्छा खासा असर देखने को मिल रहा है। मांगो को लेकर सरकारी विभागों के मुलाजिमों ने केंद्र सरकार खिलाफ जमकर प्रदर्शन शुरू करते पुतले जलाने शुरू कर दिए हैं। सुबह के समय शहर में आवाजाही काफी काम रही। सिविल अस्पताल में भी मरीजों की आमद नहीं हुई। बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर पहले की यात्रियों की भीड़ देखने को नहीं मिली।
पटियाला में बंद के दौरान प्रदर्शन करते ट्रेड यूनियनों व अन्य संगठनों के सदस्य।
- गुरदासपुर जिले में बंद का मिलाजुला असर देखने के मिल रहा है। शहर के मुख्य बाजारों में दुकाने खुली हैं। लेकिन कलानौर सहित कुछ कस्बों में पूर्ण बंद देखने को मिल रहा है।
लुधियाना में ग्यासपुरा रेलवे फाटक के पास ट्रेन रोक नारेबाजी करते प्रदर्शनकारी।
इन शहरों में नहीं दिखा खास असर
- पठानकोट में बंद का असर नहीं है। बाजार सामान्य की तरह खुले हैं। ऑफिस में भी रोजाना की तरह कामकाज हो रहा है। कुछेक संगठन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। शहर में सरकारी बस सेवा बंद। प्राइवेट बस सेवा चल रही है।
- फतेहगढ़ साहिब में बंद का कोई असर नहीं। बाजार खुले हैं। 12 बजे आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन प्रदर्शन करेगी।
- पटियाला शहर में फिलहाल बंद का कोई असर नहीं है। हालांकि पंजाबी यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ने धरना लगाया हुआ है। जिसके चलते यूनिवर्सिटी का गेट बंद कर दिया गया है। जिले के ग्रामीण इलाकों में दोपहर 1:00 बजे के बाद ही विभिन्न किसान संगठनों के सरगरम होने का अनुमान है।
- संगरूर में भी भारत बंद का मिलाजुला असर रहा है। बाजार अाम दिनों की भांति खुले रहे हैं, जबकि दूध की डेयरी इत्यादि बंद हैं। संगठनों ने बस स्टैंड को बंद कर लालबत्ती चौक में धरना लगाया। सुनाम के अाईटीअाई चौक में रोष धरना लगाया गया। सफाई सेवकों ने भी कामकाज ठप रखा। सब्जी मंडी खुली रखी गई है, जबकि किसान बुधवार को मंडी नहीं पहुंचे।
भारत बंद की कॉल पर पटियाला में पंजाबी यूनिवर्सिटी के मेन गेट के सामने डटे स्टूडेंट्स।
- नो वर्क नो पे के तहत कट सकता है वेतन
- खास यह है कि बुधवार को हड़ताल पर रहने वाले मुलाजिम एक दिन के वेतन से वंचित हो सकते हैं। पंजाब सरकार की तरफ से ऐसे दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि हड़ताल करने वाले मुलाजिम को हड़ताली समय का वेतन नहीं दिया जाएगा।
- दूध, सब्जियां व जरूरी समान की सप्लाई पर भी होगा असर
- किसान मजदूर संघर्ष कमेटी प्रदेश प्रधान सतनाम सिंह पन्नू का कहना है कि सड़क व रेल यातायात को बाधित कर केन्द्र तक मांगों की आवाज पहुंचाई जाएगी। इसके अलावा किसान सड़कों पर उतर कर रोष प्रदर्शन करेंगे। किसानों को पहले ही दूध, सब्जियों व अन्य खाद्य पदार्थों की सप्लाई को रोकने के बारे में बताया जा चुका है।
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