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नेशनल अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट से शिक्षक विद्यार्थियों की परफॉर्मेंस का कर रहे रिव्यू

नेशनल अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा की तैयारियों के लिए अब शिक्षक विद्यार्थियों को परफॉर्मेंस की समीक्षा मॉक टेस्ट के जरिए कर रहे हैं। मॉक टेस्ट के परीक्षा पत्र भी विषय अध्यापकों की तरफ से ही तैयार किए जा रहे हैं।

By Vinay KumarEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 04:14 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 04:14 PM (IST)
नेशनल अचीवेंट सर्वे से पहले मॉक टेस्ट से विद्यार्थियों की परफॉर्मेंस का रिव्यू कर रहे शिक्षक।

जालंधर [अंकित शर्मा]। नेशनल अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा की तैयारियों के लिए अब शिक्षक विद्यार्थियों को परफॉर्मेंस की समीक्षा मॉक टेस्ट के जरिए कर रहे हैं। ताकि परीक्षा से पहले विद्यार्थियों की एक-एक कमी को दूर करने का प्रयास किया जा सके और फाइनल परीक्षा के दिनों में उनकी परफॉर्मेंस पूरी तरह से निखर कर सामने आए। जिसे लेकर अब आठवीं कक्षा का मॉक टेस्ट लिया जा रहा है जिसके जरिए विद्यार्थियों को परीक्षा पैटर्न के साथ-साथ सिलेबस के आधार पर ही तैयारी करने के तरीके भी समझाएं गए। यही नहीं मॉक टेस्ट के परीक्षा पत्र भी विषय अध्यापकों की तरफ से ही तैयार किए जा रहे हैं।

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इससे पहले शिक्षकों की तरफ से विद्यार्थियों के साप्ताहिक और मासिक टेस्ट के जरिए उनकी परफॉर्मेंस को सुधारने के लिए प्रेजेंटेशन दी गई थी ताकि एक विद्यार्थी की कमी दूसरे विद्यार्थी के सुधार में भी काम आए। तब भी विद्यार्थियों की 12 नवंबर को होने वाली इस नेशनल अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा संबंधी गाइड भी किया जाएगा। बता दें कि शिक्षा विभाग की तरफ से परीक्षा में हरेक विद्यार्थी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि पंजाब अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा रही बेहतर परफार्मेंस के बाद नेशनल में भी बेहतर नतीजे लेकर आएं।

इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों से लेकर शिक्षकों का फोकस 12 नवंबर के दिन की परीक्षा पर ही केंद्रीत है। जिसके लिए विद्यार्थियों की कमियों को दूर करना सबसे अहम है। विद्यार्थी हर तरीके से अपनी कमियों को जाने और उसके बेहतर नतीजे निकले इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग की तरफ से निरंतर शिक्षकों के ओरिएंटेशन प्रोग्राम भी करवाए जा रहे हैं, जिनमें भी विद्यार्थियों की बेहतरी और उनकी कमियों को दूर करने के लिए एक्सपर्ट शिक्षकों को जागरूक कर रहे हैं। यही नहीं बेहतर प्रेक्टिस के नमूनों व अभ्यास के तरीकों को भी सभी से सांझा किया जा रहा है। जिससे एक अध्यापक की तरफ से किया जा रहा बेहतर प्रयास दूसरों के लिए भी बेहतर साबित हो।

यह परीक्षा सीबीएसई की तरफ से आयोजित की जानी है, जिसमें सरकारी स्कूलों के साथ-साथ सीबीएसई, एडिड, प्राईवेटच, नवोदय व केवी स्कूलों के विद्यार्थी भी पहली बार शामिल हो रहे हैं। जिसके लिए शिक्षा अधिकारियों की तरफ से सरकारी स्कूलों के साथ-साथ एडिड, प्राइवेट आदि स्कूलों में भी जागरूकता व गाइडेंस रूपी प्रोग्राम करवाए जा रहे हैं। ताकी वे विद्यार्थियों की बेहतरी को मुख्य रखती हुई इस परीक्षा में शामिल कराएं।


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