जालंधर कैंट में ब्रिगेडियर का दो टूक जवाब, सुरक्षा को लेकर रात को बंद रखे जाएंगे बैरियर, जनता में रोष
जालंधर कैंट बोर्ड की बैठक में अध्यक्ष एवं सब एरिया कमांडर ब्रिगेडियर संजोग नेगी ने स्पष्ट कह दिया कि सुरक्षा की दृष्टि से रात के समय बैरियर बंद रखे जाएंगे। बेशक रक्षा मंत्रालय ने बैरियर खोलने के आदेश दिए है लेकिन सेना ने जवाब रक्षा मंत्रालय को भेज दिया है।
बृज गुप्ता, जालंधर। छावनी कैंट बोर्ड की बैठक में बोर्ड के अध्यक्ष एवं सब एरिया कमांडर ब्रिगेडियर संजोग नेगी ने स्पष्ट कह दिया कि सुरक्षा की दृष्टि से रात के समय बैरियर बंद रखे जाएंगे। शुक्रवार को हाउस की बोर्ड बैठक में सिविल सदस्य पुनीत शुक्ला ने सेना की तरफ से रात को बंद किए जा रहे बैरियर व तमाम रास्तों पर मिलिट्री पुलिस द्वारा लोगों को तंग किए जाने का आरोप लगाया। पुनीत शुक्ला ने पूछा कि बोर्ड अध्यक्ष बताएं कि सेना ने किस के आदेश पर बैरियर बंद किए और क्यों किए। इसके पीछे क्या मंशा है।
इस पर तीखे तेवर में ब्रिगेडियर संजोग नेगी ने कहा कि यह सुरक्षा का मामला है। इसे जनता में सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। बेशक रक्षा मंत्रालय ने बैरियर खोलने के आदेश दिए है लेकिन सेना ने जवाब रक्षा मंत्रालय को भेज दिया है। यह तमाम बातें गोपनीय हैं। संजोग नेगी ने कहा कि बेशक रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक बैरियर बंद रखे हैं लेकिन यदि गांववालों या कैंट के लोगों को कोई इमरजेंसी आती है तो बैरियर खोल दिया जाता है। ब्रिगेडियर के इस जवाब से नाखुश होकर सिविल सदस्य पुनीत शुक्ला ने एक आपत्ति पत्र सीईओ राम स्वरूप को सौंपा। बैठक के दौरान कैंट के बाजार को दो घंटे के लिए बंद करके कैंट बोर्ड परिसर में शांतमयी ढंग से धरना प्रदर्शन भी किया गया। लोगों ने कहा कि वह मामले को कोर्ट में लेकर जाएंगे। अदालत में चुनौती देंगे।
इससे पहले सीईओ रामस्वरूप ने शपथ ग्रहण की। उसके बाद बैठक का शुभारंभ हुआ। बैठक में 32 मुद्दों पर हुई चर्चा, सभी प्रस्ताव पास बैठक में एक जेसीबी मशीन, कूड़ा उठाने के लिए 10 ई रिक्शा लेने के अलावा एक ट्रैक्टर ट्राली लेने का भी प्रस्ताव पास किया गया। मोहल्ला नंबर 20 मे कैंट बोर्ड के स्कूल की भूमि को किराए पर देने बाबत पुन: कोशिश करने पर भी प्रस्ताव पास किया गया। कैंट की सफाई व्यवस्था, वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को कैसे बढि़या ढंग से संचालित किया जाए, इस पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा खरीद-फरोख्त के कई प्रस्ताव पास किए गए। पल्ले नहीं दाणे, अम्मा चली भुनाने कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष राम अवतार अग्रवाल ने कहा कि जब कैंट बोर्ड के पास वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं तो वह जेसीबी मशीन क्यों खरीद रही है। जेसीबी मशीन का इस्तेमाल महीने में एक-दो बार ही होता है। इससे अच्छा है कि वह इसे किराए पर लाकर ही जरूरत अनुसार इस्तेमाल करे। इससे बिना वजह के अतिरिक्त बोझ से निजात मिलेगी।