जालंधर के पीएपी कैंपस में तैनात ASI जतिंदर सिंह ने हौसले व सूझबूझ से जीती कोरोना से जंग
कोरोना से डरने की जरूरत नहीं बस एहतियात बरतें और कोविड नियमों का पालन करें। ऐसा करके ही कोरोना से बचाव संभव है। ये बात पीएपी कैंपस में तैनात एएसआइ जतिंदर सिंह ने कही। एएसआइ जतिंदर इस वक्त पीएपी कैंपस में डीएसपी मुनीष के रीडर के तौर पर तैनात है।
जालंधर, [सुक्रांत]। कोरोना से डरने की जरूरत नहीं, बस एहतियात बरतें और कोविड नियमों का पालन करें। ऐसा करके ही कोरोना से बचाव संभव है। ये बात पीएपी कैंपस में तैनात एएसआइ जतिंदर सिंह ने कही। एएसआइ जतिंदर इस वक्त पीएपी कैंपस में डीएसपी मुनीष कुमार के रीडर के तौर पर तैनात है। कोरोना महामारी के बीच सरकार ने महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब को रेड जोन घोषित कर दिया और पंजाब सरकार ने वहां फंसे तीन हजार श्रद्धालुओं को वापस लाने को कहा।
डीएसपी को बतौर सुपरवाइजर नियुक्त करके उक्त श्रद्धालुओं को बठिंडा से रवाना किया गया था। डीएसपी के साथ वे भी साथ गए, जहां उन्हें भी कोरोना हो गया। कोरोना होने के बावजूद उन्होंने हौसला नहीं हारा और सोच सकारात्मक रखी। इस दौरान वे रोजाना डेढ़ घंटे योगा व सैर करते रहे। गर्म पानी के गरारे किए, भाप ली व काढ़ा पीकर कोरोना को हरा दिया। जतिंदर सिंह ने कहा कि अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और ड्यूटी निभा रहे हैं।
ओमोगा-3 से मजबूत करें इम्युनिटी सिस्टम
बदलता मौसम हमें वायरल बुखार, सर्दी-खांसी जैसे संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील बनाते हैं। इसके लिए मजबूत इम्युनिटी सिस्टम होना जरूरी है। विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व हमारी इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार हैं। ओमेगा-3 एक और ऐसा पोषक तत्व है जो मौसमी संक्रमण को रोकने के लिए शरीर को तैयार करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। ईपीए एक ओमेगा-3 फैटी एसिड है जो सिग्नलिंग अणुओं को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ये सूजन को कम कर सकते हैं।
डीएचए सेल झिल्ली में एक संरचनात्मक घटक के रूप में कार्य करता है, विशेष रूप से आपके मस्तिष्क, आंखों और तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए, गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान बहुत महत्वपूर्ण है। ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे मस्तिष्क के लिए आवश्यक है। अलसी, मछली का तेल, सामन मछली, अंडे, कैनोला तेल, सरसों के बीज, राजमाह, बाजरे, कद्दू के बीज, तरबूज के बीज, मेथी के पत्तों में भरपूर ओमेगा मिलता है। ये हृदय रोग, सूजन, कैंसर और गठिया जैसे पुराने रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। इनसे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बार-बार संक्रमण से भी बचाव होता है। - नवनीता, न्यूटीशियन