जालंधर में बैंक कर्मी की मौत का मामला, दो सप्ताह बाद भी ASI रूप लाल और उसकी बेटी की गिरफ्तारी नहीं दिखा पाई पुलिस
जालंधर में को-आपरेटिव सोसाइटी के सचिव अश्विनी कुमार की मौत के आरोप में फंसे एएसआई और उसकी बेटी की गिरफ्तारी दो सप्ताह बाद भी पुलिस नहीं दिखा पाई है। अपने मुलाजिम को बचाने के चक्कर में शहर के पुलिस अधिकारी और थाना सात के प्रभारी बिल्कुल चुप्पी साध गए हैं।
संवाद सहयोगी, जालंधर। जालंधर में गुरु दीवान नगर में रहने वाले गढ़ा निवासी पक्का बाग को-आपरेटिव सोसाइटी के सचिव अश्विनी कुमार की मौत के आरोप में फंसे एएसआई रूप लाल और उसकी बेटी खुशी की गिरफ्तारी दो सप्ताह बाद भी पुलिस नहीं दिखा पाई है। बताया जा रहा था कि दोनों अग्रिम जमानत लेकर पुलिस की जांच में शामिल हो सकते हैं लेकिन अपने मुलाजिम को बचाने के चक्कर में शहर के पुलिस अधिकारी और थाना सात के प्रभारी बिल्कुल चुप्पी साध गए हैं।
एएसआई रूपलाल के मामले में अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। यहां तक कि यह बात कही जा रही है कि इस मामले में उनको कोई जानकारी ही नहीं है। पहले तो पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी का दावा कर रही थी लेकिन अब उसे पुलिस कर्मी होने का लाभ भी दे रही है। इस मामले को लेकर एसीपी हरिंदर सिंह ने बताया कि दोनों अभी फरार चल रहे हैं जबकि और थाना प्रभारी गगनदीप सिंह सेखों ने बतायाा उनको इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। बीते दिन गुरु दीवान नगर में रहने वाले बैंक कर्मी अश्विनी कुमार को पड़ोस में रहने वाले थाना छह के एएसआई रूप लाल ने मामूली विवाद के बाद धक्का मार दिया। नीचे गिरे अश्विनी कुमार के सिर पर चोट लगने से उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने आरोप लगाया कि इस दौरान रूप लाल ने अश्विनी कुमार की लॉ पढ़ रही बेटी दवनीत को बंधक बनाया और धमकाया। रविवार को उसकी बेटी और बाकी परिजनों गढ़ा रोड पर धरना लगा कर एएसआई के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की मांग की। थाना सात की पुलिस ने दवनीत के बयानों पर एएसआई रूप लाल और उसकी बेटी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। एएसआई घटना के बाद से घर से फरार हो गया।